Lok Sabha Election 2024: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच शनिवार (24 फरवरी) को औपचारिक रूप से सीटों के बंटवारे की घोषणा के बाद यहां आगामी लोकसभा चुनाव की बिसात बिछ गई. दिल्ली में दोनों दलों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) से मुकाबले के लिए सीट बंटवारे समझौते को अंतिम रूप दे दिया है, जिसके तहत AAP दिल्ली में चार सीटों पर, जबकि कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी.


कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक ने AAP नेताओं के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आप चार सीट- नई दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, पश्चिम दिल्ली और पूर्वी दिल्ली - पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, जबकि कांग्रेस उत्तर पूर्वी दिल्ली, उत्तर पश्चिमी दिल्ली और चांदनी चौक सीट पर चुनाव लड़ेगी.


सीट बंटवारे की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि, कांग्रेस दिल्ली में तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन उसके कार्यकर्ता और नेता सभी सात निर्वाचन क्षेत्रों में इंडिया गठबंधन की जीत के लिए प्रयास करेंगे. दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटें 2014 से भाजपा के पास हैं.  2019 के चुनावों में BJP उम्मीदवारों को प्रत्येक सीट पर कांग्रेस और AAP उम्मीदवारों की संयुक्त वोट से अधिक वोट मिले थे.


'सभी 7 सीटें जीतने के लिए करेंगे काम'
AAP ने एक बयान में कहा, "मूल रूप से, जीतने की क्षमता के लिहाज से सभी सात सीटें AAP के लिए उपयुक्त हैं. हालांकि, दिल्ली के लिए हम कांग्रेस की ओर से दी गई उनकी पसंद की सीट पर सहमत हुए हैं. गठबंधन में सभी सात सीटों पर इंडिया गठबंधन चुनाव लड़ रहा है और हम सभी सात सीटें इंडिया गठबंधन के लिए जीतने के लिए काम करेंगे."


’हालांकि, विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवारों के सामने एक बड़ी चुनौती 2019 के चुनाव में जीतने वाले बीजेपी उम्मीदवारों और पराजित उम्मीदवारों के बीच वोट के भारी अंतर को पाटना होगा. साल 2019 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों ने कांग्रेस और आप उम्मीदवारों को लाखों मतों के अंतर से हराया था.


अरविंदर सिंह लवली को मिल सकता है टिकट
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने 2019 में भी दिल्ली में गठबंधन करने की कोशिश की थी, लेकिन ऐसा करने में असफल रहे थे. बीजेपी के दो बार के सांसद मनोज तिवारी ने 2019 में उत्तर पूर्व दिल्ली सीट पर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार शीला दीक्षित को 3.6 लाख वोट से हराया था. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस इस सीट पर अपनी दिल्ली इकाई के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली को मैदान में उतार सकती है, जहां शहर के सभी संसदीय क्षेत्रों के मुकाबले मुस्लिम आबादी का प्रतिशत सबसे अधिक (29 प्रतिशत से अधिक) है.


कन्हैया कुमार उतर सकते हैं मैदान में
उत्तरपूर्व दिल्ली सीट से संभावित उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार के नाम की भी चर्चा है, जहां पर पूर्वांचली मतदाताओं की अच्छी संख्या है और जो 2020 में हुए दंगों से प्रभावित हुआ था.  कांग्रेस उत्तरपश्चिमी दिल्ली की आरक्षित सीट पर भी चुनाव लड़ेगी, जहां से वर्तमान में बीजेपी के हंसराज हंस सांसद हैं. जानेमाने पंजाबी सूफी गायक, हंस ने 2019 में आप के गुगन सिंह को 5.5 लाख से अधिक वोट से हराया था.


कांग्रेस की ओर से उदित राज भी पेश कर सकते हैं दावेदारी
पार्टी सूत्रों ने कहा कि 2014 में बीजेपी के टिकट पर उत्तरपश्चिम दिल्ली से जीत हासिल करने वाले उदित राज इस बार उसी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं. 2019 के चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे.


अलका लांबा के नाम पर भी विचार
कांग्रेस चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र से भी चुनाव लड़ेगी और ऐसी अटकलें हैं कि पार्टी के वरिष्ठ नेता जे पी अग्रवाल इस सीट से संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं. वह इस निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व सांसद हैं. अग्रवाल को 2019 में चांदनी चौक से भाजपा के हर्षवर्धन ने लगभग 2.3 लाख वोट से हराया था. सूत्रों ने दावा किया कि महिला कांग्रेस प्रमुख अलका लांबा के नाम पर भी कांग्रेस विचार कर सकती है, जिन्होंने पहले AAP नेता के रूप में चांदनी चौक विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था.


दक्षिण दिल्ली से लड़ेगी आम आदमी पार्टी
पार्टी के सूत्रों ने कहा कि AAP इस बार पश्चिमी दिल्ली के पूर्व सांसद महाबल मिश्रा को उसी निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतार सकती है. 2019 में कांग्रेस के उम्मीदवार मिश्रा को बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने 5.8 लाख से अधिक वोट से हराया था. सूत्रों ने कहा कि दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट पर AAP चुनाव लड़ेगी और इसके छतरपुर विधायक करतार सिंह तंवर यहां से संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं. यह सीट 2019 में BJP के रमेश बिधूड़ी ने AAP के राघव चड्ढा को 3.65 लाख से अधिक वोट से हराकर दूसरी बार जीती थी.


पूर्वी दिल्ली और नई दिल्ली सीट पर भी आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी. पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने 2019 में बीजेपी के टिकट पर पूर्वी दिल्ली सीट जीती थी. उन्होंने दिल्ली कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को 3.9 लाख से अधिक वोटों से हराया था.


सूत्रों ने बताया कि AAP मोतीनगर से अपने विधायक शिव चरण गोयल को नई दिल्ली लोकसभा सीट से मैदान में उतारने पर विचार कर रही है.  2019 में कांग्रेस के मौजूदा कोषाध्यक्ष अजय माकन को बीजेपी उम्मीदवार मीनाक्षी लेखी ने 2.5 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सात सीट पर भारी हार के बावजूद कांग्रेस छह सीट पर दूसरे नंबर पर रही थी, जबकि आप तीसरे स्थान पर रही थी. दक्षिणी दिल्ली से आप के राघव चड्ढा एकमात्र ऐसे उम्मीदवार थे, जो दूसरे नम्बर पर रहे थे.


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