Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर चुनाव आयोग (election commission) लगातार काम कर रही है और इसबार दिल्ली चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि को लेकर जानकारी साझा की है. चुनाव आयोग की मानें तो 2019 के संसदीय चुनावों के बाद से राष्ट्रीय राजधानी में मतदाताओं की संख्या में 6 फीसदी से अधिक की वृद्धि (voters increased in delhi) हुई है.




पश्चिमी दिल्ली में सबसे ज्यादा मतदाता


दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी कृष्णमूर्ति ने मंगलवार को बताया कि 25 मई को होने वाले चुनाव में सात लोकसभा सीटों के लिए 1.52 करोड़ से अधिक लोग वोट डालने के पात्र होंगे. वहीं पांच साल पहले यह संख्या 1.43 करोड़ थी. ये आंकड़ा 2019 के आम चुनावों की तुलना में 8.85 लाख अधिक है. उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं की संख्या में दर्ज की गई बढ़ोतरी पुरुषों की तुलना में अधिक है. कृष्णमूर्ति ने बताया कि पश्चिम दिल्ली में सबसे ज्यादा (25,87,977) वोटर्स हैं वहीं नई दिल्ली सीट पर सबसे कम (1525071) मतदाता हैं.


फाइनल वोटर लिस्ट फ्रीज


दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने रविवार को फाइनल वोटर लिस्ट को फ्रीज कर दिया. यह पहली बार है जब शहर में 1.5 करोड़ से अधिक लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. कृष्णमूर्ति ने कहा कि दिल्ली में अब प्रति 1,000 पुरुष मतदाताओं पर 851 महिला मतदाता हैं, जबकि 2019 में यह संख्या 818 थी.


चार सहायक मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे


शीर्ष चुनाव अधिकारी ने कहा कि 2019 से वोटर-जनसंख्या अनुपात में भी 2.5 फीसदी अंकों का सुधार हुआ है, जो दर्शाता है कि मतदाता सूची साफ-सुथरी है. इसमें डुप्लिकेट प्रविष्टियां या उन लोगों के नाम नहीं हैं जो बाहर चले गए हैं या जिनकी मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और परेशानी मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए 2,627 स्थानों पर 13,637 मुख्य और चार सहायक मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे. सभी महिला कर्मचारियों के साथ 70 पिंक बूथ और 70 मॉडल वोटिंग सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे. इसके अलावा प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में एक मतदान केंद्र होगा जो विकलांग व्यक्तियों के जरिए चलाया जाएगा.


चीफ इलेक्शन ऑफिसर ने दिल्ली के सभी मतदान केंद्रों पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 46 कंपनियां, 78,578 दिल्ली पुलिस के जवान और 19,000 होमगार्ड तैनात किए जाएंगे. चुनाव कार्यालय ने 2,891 मतदान केंद्रों को संवेदनशील के रूप में पहचाना है, जहां अधिक सुरक्षा व्यवस्था होगी.