Lok Sabha Election: क्या भाई वरुण गांधी को 'इंडिया' में ले आएंगे राहुल गांधी? फायर ब्रांड नेता का ये बयान कर रहा बड़ा इशारा
Lok Sabha Election: भारतीय जनता पार्टी पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी का टिकट काट सकती है. वरुण लंबे समय से पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे.

Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) मंगलवार (19 मार्च) को उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर सकती है. सोमवार को पार्टी मुख्यालय में बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, ओडिशा, सिक्किम, महाराष्ट्र और गुजरात के लोकसभा उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई. बैठक में उत्तर प्रदेश की 25 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा हुई है.
माना जा रहा है कि बीजेपी तीसरी लिस्ट में कई दिग्गजों का टिकट काट सकती है. इनमें पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी का नाम भी शामिल है. इस बीच वरुण ने ऐसा बयान दिया है, जिससे राजनीति हलकों में हलचल पैदा करती है. वरुण गांधी ने कहा, "मैं न तो कांग्रेस का विरोधी हूं और न ही पंडित जवाहर लाल नेहरू की विचाराधारा का. हम भाई के भाई के खिलाफ लड़ने का समर्थन नहीं करते हैं"
उनके बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे कि क्या गांधी परिवार के सदस्यों की दशकों पुरानी दूरी अब खत्म हो जाएगी? क्या राहुल और वरुण गांधी, एक बैनर के नीचे आ जाएंगे? इस बीच सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर वरुण गांधी ने अपना रुख क्यों बदला और क्यों अपनी ही सरकार के खिलाफ हमलावर हुए?
यूपी में सीएम पद पर ठोकी था दावेदारी
2014 में जब केंद्र में नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तो बीजेपी ने मेनका गांधी को कैबिनेट मंत्री बनाया. वहीं, 2017 में यूपी में जब बीजेपी को बंपर जीत मिली तो वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री पद के लिए दावा ठोका. हालांकि, सीएम की कुर्सी योगी अदित्यानाथ के हिस्से में आई. इसके चलते वरुण बीजेपी से उखड़े-उखड़े रहने लगे और पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करने लगे. वह गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी की बात करने लगे.
मेनका गांधी कैबिनेट से बाहर
2019 में जब बीजेपी सत्ता में दोबारा लौटी तो मेनका गांधी को कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है. इतना ही नहीं जैसे-जैसे बीजेपी में पीएम मोदी का वर्चस्व बढ़ा, वैसे-वैसे वरुण और मेनका गांधी का महत्व भी कम होने लगा. दरअसल, गांधी परिवार को दोनों सदस्यों को बीजेपी में इसलिए शामिल किया गया था, ताकि गांधी परिवार के सदस्य पार्टी की विचारधारा को काउंटर न करके उसे आगे बढ़ाएं.
वरुण गांधी पर लगे हेट स्पीच के आरोप
वरुण गांधी फायर ब्रिगेड नेता बनकर उभरे. इस दौरान उनपर हेट स्पीच देने के भी आरोप लगे. उन्हें लगा इस छवि से उन्हें बहुत कुछ मिल जाएगा, लेकिन जब उन्हें सीएम पद नहीं मिला तो वह अपनी छवि बदलने में लग गए. इतना ही यह तक कहा जाने लगा कि वरुण गांधी बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
बीजेपी का कोई भी नेता भले ही वरुण गांधी के खिलाफ खुलकर कुछ नहीं बोल रहा हो, लेकिन माना जा रहा है कि इस बार बीजेपी उनके टिकट पर कैंची चला सकती है. कहा यह भी जा रहा है कि खुद वरुण गांधी किसी दूसरी पार्टी से टिकट पाने की कोशिश में लगे हैं. इन पार्टियों में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का नाम सबसे आगे है. वहीं, चर्चाएं ऐसी भी हैं कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी वरुण गांधी को पार्टी में लाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL
















