Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने दम पर 370 सीट जीतने का टारगेट रखा है. ऐसे में पार्टी अपने लक्ष्य को हासिल करने में जी तोड़ मेहनत कर रही. इस बार बीजेपी की नजर उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत के राज्यों पर भी है. यह ही कारण के पीएम मोदी बीते कईं महीनों से दक्षिण भारत के राज्यों का दौरे कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री एक बार 9 दिनों की यात्रा पर निकले हैं. इस बार वह पूर्वी भारत से लेकर दक्षिण तक का सफर तय करेंगे. 


माना जा रहा है कि बीजेपी, इंडिया अलांयस के एकजुट होने से होने वाले नुकसान की भरपाई भी दक्षिण भारत से करना चाहती है. दक्षिण भारत में लोकसभा की 132 सीटें हैं, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी आंकड़े के लिए अहम हैं. यही वजह है कि कांग्रेस यहां हमेशा फोकस रहा है. अब बीजेपी भी इसी रेस में शामिल हो गई है.


इस बीच इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने एक सर्वे किया है. सर्वे के मुताबिक बीजेपी दक्षिण भारत में 35 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है. हालांकि, बीजेपी ने 2014 और 2019 में भी साउथ में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन तब भी वह कर्नाटक और तेलंगाना तक ही सीमित रही थी. सर्वे के मुताबिक इस बार बीजेपी तमिलनाडु और केरल में खाता खोल सकती है. 


आंध्र प्रदेश में खाता नहीं खोल सकेगी बीजेपी
सर्वे के मुताबिक तेलंगाना में बीजेपी को 5 सीटें मिलने का अनुमान है और वह कांग्रेस के बाद दूसरे नंबर पर रहेगी. यहां कांग्रेस को 9 सीटें मिल सकती हैं. सर्वे में बीआरएस को सिर्फ 2 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. वहीं, आंध्र प्रदेश में बीजेपी का खाता भी नहीं खुलेगा. यहां की कुल 25 सीटों में से 15 पर वाईएसआर कांग्रेस जीत सकती है, जबकि 10 सीटें टीडीपी को मिल सकती हैं. 


केरल में खिलेगा कमल
सीएनएक्स सर्वे के अनुसार केरल में बीजेपी न सिर्फ कमल खिलाने में कामयाब होगी, बल्कि उसे 3 सीटें मिल सकती है. केरल में सबसे ज्यादा 7 सीट कांग्रेस को मिलेंगी, जबकि सीपीएम को 4, सीपीआई को 1 और मुस्लिम लीग को दो सीटें मिल सकती हैं. सर्वे के अनुसार बीजेपी तमिलनाडु में न सिर्फ खाता खोलेगी बल्कि 4 सीटें भी जीतेगी. वहीं, सर्वे में कांग्रेस को यहां 6 सीट मिलने का अनुमान है, जबकि डीएमके को 20 सीटों पर जीतने की उम्मीद है.


कर्नाटक में बीजेपी की लॉटरी
सर्वे के मुताबिक 28 लोकसभा सीट वाले कर्नाटक में बीजेपी 22 सीट जीत सकती है. हालांकि 2019 में उसने यहां से 25 सीटें जीती थीं. वहीं, जेडीएस को 2 सीटें मिल सकती हैं. इस तरह यहां एनडीए के पास 24 सीटें रहेंगी. वहीं कांग्रेस को यहां महज 4 सीटों पर ही संतोष करना पड़ सकता है.


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