नई दिल्ली: 1984 के सिख दंगों पर ‘जो हुआ सो हुआ’ कहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने सफाई दी है. सैम पित्रोदा ने कहा है कि मेरे बयान को बीजेपी तोड़ मरोड़ कर पेश कर रही है और उनके पास अब कोई चुनावी मुद्दा नहीं बचा है. सैम पित्रोदा ने कहा था कि 1984 दंगों में जो हुआ सो हुआ, लेकिन पांच सालों में मोदी सरकार ने क्या किया?
सैम पित्रोदी ने क्या कहा है?
सैम पित्रोदा ने आज सुबह ट्वीट किया, ‘’मैंने देखा है कि कैसे बीजेपी फिर से मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रही है. बीजेपी हमें बांटने और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए ये बयान घुमा रही है. दुख की बात है कि उनके पास पेश करने के लिए कुछ भी सकारात्मक नहीं है.’’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘’मैंने 1984 में कठिन समय के दौरान अपने सिख भाइयों और बहनों के दर्द को स्वीकार किया है. और उनपर हुए अत्याचारों के लिए गहराई से दुख महसूस किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘’ये अतीत की बातें हैं, जो वास्तव में इस चुनाव के लिए प्रासंगिक नहीं हैं. पिछले पांच सालों से मोदी सरकार ने क्या किया है?’’
सैम पित्रोदा ने कहा, ‘’बीजेपी इन मुद्दों पर बात कर रही है और कांग्रेस के नेताओं को लेकर झूठ बोल रही है. बीजेपी अपने प्रदर्शन के बारे में बात नहीं कर सकती. बीजेपी के पास रोजगार, समावेशी विकास और देश की समृद्धि के लिए भारत को आगे ले जाने के लिए कोई विजन नहीं है.’’