नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. घोषणापत्र में राहुल गांधी के हवाले से कहा गया है कि ''मेरा किया हुआ वादा मैंने कभी नहीं तोड़ा.'' मंगलवार को जारी किए गए घोषणापत्र में कांग्रेस ने देश भर में सामाजिक समरसता बढ़ाने की बात की है.

पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने घोषणापत्र जारी करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार ने देश भर में भय का माहौल पैदा कर दिया है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो कई पुराने कानून को खत्म किया जाएगा साथ ही कई ऐसे कानून लाए जाएंगे जिससे समाज के लोग चैन से जी सकें और अपराधियों के अंदर भय पैदा हो.

घोषणापत्र में राहुल गांधी के हवाले से लिखा गया है, ''अगर केंद्र में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनती है तो गंभीर संकट के इस दौर में कांग्रेस पिछले पांच साल के दुस्वप्न से निजात दिलाएगी. हमारी पार्टी एक सच्चाई, स्वतंत्रता, गरिमा, आत्मसम्मान के साथ भारत को मजबूत बनाने के लिए संकल्पित है.'

नियमों में दी जाएगी ढ़ील

घोषणापत्र में कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी उन नियम और कानून को खत्म करेगी जिसका महत्व आज के समय में खत्म हो चुका है. ऐसे कानून देश के नागरिकों की स्वतंत्रता को कमजोर करती है. साथ ही उन नियमों में भी ढ़ील दी जाएगी जिससे रोजमर्रा के जीवन प्रभावित होते है.

अपने घोषणापत्र के 30वें प्वाइंट में कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनती है तो कानून और नियम की दोबारा जांच होगी. देश में आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे.

किन कानूनों पर हो रहा है विचार

इन कानूनों में मानहानि केस, अफस्पा कानून, देश द्रोह, थर्ड डिग्री और मॉब लिंचिंग जैसे कई मामले हैं जिसे पार्टी या तो खत्म करेगी या तो इस में बदलाव लाएगी.

कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में यह भी कहा है कि हमारी पार्टी की सरकार बनती है तो जो कानून अब गैर जरूरी हो गए हैं या इस्तेमाल में नहीं है उसे खत्म कर दिया जाएगा.

मानहानी केस में कांग्रेस  क्रिमिनल केस को खत्म कर देगी. फिलहाल इस तरह के केस में सिविल और क्रिमिनल दोनों तरह के मामले चलते हैं. कांग्रेस ने वादा किया है कि वह देशद्रोह (IPC-124 A) के कानून को खत्म कर देगी वहीं थर्ड डिग्री पूछताछ के तरीकों को रोकने के लिए अत्याचार निरोधक कानून बनाया जाएगा.

अफस्पा को लेकर कांग्रेस की राय

अफस्पा कानून को लेकर कांग्रेस ने घोषणा किया है कि सशस्त्र बलों (विशेष शक्ति) अधिनियम, 1958 में से यौन हिंसा, गायब कर देना और यातना के मामलों में प्रतिरक्षा जैसे मुद्दों को हटाया जाएगा जिससे सुरक्षा बलों और नागरिकों के बीच संतुलन बना रहे.

कांग्रेस का दावा है कि अगर सरकार बनती है तो जांच एजेंसी जिसके पास-तलाशी लेने, जब्त करने, पूछताछ करने और गिरफ्तार करने की शक्तियां है, उसमें जरूरी संशोधन किया जाएगा.

मॉब लिंचिंग को लेकर कांग्रेस का क्या है रुख

अपने वादे में कांग्रेस ने लिंचिंग, साम्प्रदायिक दंगा, और सामूहिक बलात्कार जैसे मामले की जांच और इस पर कानून लाने की बात की है. कांग्रेस ने कहा है कि राज्य पुलिस महानिदेशालय की सीधी देखरख में राज्य पुलिस बल के विशेष विंग द्वारा साम्प्रदायिक दंगा, लिंचिंग और सामूहिक बलात्कार मामलों की जांच होगी.

राहुल गांधी की अपील

इसके अलावा कांग्रेस ने घोषणा पत्र के जरिए अपील की है कि हम संवेदनहीन, विभाजनकारी और धोखेबाज बीजेपी सरकार की ओर से भारत और भारतीयता को हुए नुकसाल को भी दुरुस्त करेंगे.

इस दौरान कांग्रेस ने कहा कि आइए, हम मिलकर भारत का पुनर्निमाण करें, हम सब एकजुट होकर भारत को आगे बढ़ाएं. याद कीजिए! हमने पहले भी निभाया है और आगे भी निभाएंगे!

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