नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया. सभी पार्टियों की नजर उत्तर प्रदेश पर हैं. कहा जाता है कि यूपी में जिस पार्टी का झंडा बुलंद होता है उसके शीर्ष सत्ता में आने की संभानवाएं उतना ज्यादा होती है. वोट पर्सेंटेज हो या वीआईपी सीट्स हर मामले में यूपी आगे है. बता दें कि देश की सबसे ज्यादा हाई प्रोफाइल लोकसभा सीटें उत्तर प्रदेश में हैं. कानपुर: गठबंधन की डिमांड पर मायावती करेंगी रैली, ओबीसी-एससी और मुस्लिम पर वोटरों पर है नजर यूपी में पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को होना है जिसमें कई दिग्गजों की साख दांव पर है. पहले चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर सीटों पर चुनाव होंगे. यूपी: कन्नौज में बाले अखिलेश- 6 अप्रैल को नामांकन करेंगी डिंपल, इस बार जीत का अंतर बहुत ज्यादा होगा इस बार देश में लोकसभा का चुनाव सात चरणों में होना है और यूपी में सातों ही चरण में वोट डाले जाएंगे. पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा जबकि सातवें और आखिरी चरण का मतदान 19 मई को होगा. मतों की गिनती 23 मई को होगी. Lok Sabha Election 2019: गाजियाबाद में सपा-बसपा-आरएलडी उम्मीदवार को समर्थन देगी आम आदमी पार्टी आपको बता दें कि यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनावों में मोदी लहर में यूपी में एनडीए को बंपर जीत मिली थी. एनडीए को 73 सीटें मिली थीं. जिसमें से बीजेपी ने 71 सीटें जीती थीं. सपा को 5 सीटें मिली थीं और कांग्रेस सिर्फ 2 सीटों पर सिमट कर रह गई थी. 2014 के चुनावों में बसपा खाता भी नहीं खोल पाई थी. पहले चरण की वीआईपी सीट्स गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री महेश शर्मा फिर से गौतमबुद्ध नगर सीट से इस बार बीजेपी के प्रत्याशी हैं. इन्होंने 2014 में सपा के नरेंद्र भाटी को मात दी थी. इस बार महेश शर्मा मुकाबला सपा-बसपा के सतबीर नागर और कांग्रेस के डॉक्टर अरविंद चौहान से होगा. गाजियाबाद लोकसभा सीट पूर्व सेनाध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जनरल वी.के. सिंह दूसरी बार गाजियाबाद से बीजेपी उम्मीदवार हैं. 2014 में उन्होंने कांग्रेस के नेता राज बब्बर को हराया था. इस बार उनका मुकाबला सपा-बसपा के सुरेश कुमार बंसल और कांग्रेस की डॉली शर्मा से है. बागपत लोकसभा सीट मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त एक बार फिर बागपत से उम्मीदवार हैं. 2014 में रालोद प्रमुख अजित सिंह को करारी शिकस्त दी थी. इस बार उनका मुकाबला अजित के बेटे जयंत चौधरी से है, जिन्हें सपा-बसपा का समर्थन है. मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर गठबंधन के उम्मीदवार राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के प्रमुख चौधरी अजित सिंह हैं, जबकि बीजेपी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद संजीव बालियान पर दांव लगाया है. फिलहाल कांग्रेस की ओर से इस सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं उतारा गया है. शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया ने इस सीट से ओमबीर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. संजीव बालियान ने इस सीट पर 2014 में बड़ी जीत हासिल की थी. मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर करीब 16 लाख वोटर्स हैं. इनमें पुरुष वोटर 875186 और 713297 महिला वोटर हैं. 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी की तऱफ से संजीव बालियान,बहुजन समाज पार्टी की तरफ से कादिर राणा और समाजवादी पार्टी की तरफ से वीरेंद्र सिंह मैदान में थे.