नई दिल्ली: देश में इस वक्त सियासी मौसम है और हर राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव में जीत का ख्वाब देख रही है. अब तक पांच चरण के चुनाव हो चुके हैं और अब सबकी नजर छठे चरण के चुनाव पर है. छठे चरण में देश की राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान है. इन सात सीटों का साधने का मौका कोई भी राजनीतिक दल नहीं छोड़ना चाहती और इसलिए रैली और सभाओं में बड़े नेता अपनी-अपनी पार्टियों के लिए प्रचार करने में लग गए हैं.
योगी आदित्यनाथ आज दिल्ली में करेंगे रैली
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज पूर्वी दिल्ली में गौतम गंभीर के समर्थन में रैली को संबोधित करेंगे. इसके अलावा पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी कैंडिडेट प्रवेश वर्मा के लिए भी योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार करेंगे. हाल के दिनों में योगी बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सबसे ऊपर रहने वाले नेताओं में रहे हैं.
बुधवार को पीएम मोदी करेंगे दिल्ली में रैली
दिल्ली की सात सीटें कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी भी रैली करने खुद आएंगे. बुधवार को पीएम मोदी दिल्ली में रैली करेंगे. इसके बाद 9 मई को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी पार्टी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगेगे.
दिल्ली के रण में राहुल और प्रियंका
दिल्ली के रण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी उतर गए हैं. राहुल का रोड शो शुरू हो गया है. राहुल गांधी की पहली पब्लिक मीटिंग 6 मई को चांदनी चौक इलाके में हुई. अब वह 9 मई को नॉर्थ-वेस्ट और ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीटों पर पब्लिक मीटिंग करेंगे. पार्टी सूत्रों का कहना है कि सभी सातों सीटों के उम्मीदवार राहुल और प्रियंका के प्रोग्राम या रोड शो कराना चाहते. हारून युसूफ ने कहा कि प्रियंका गांधी के रोड शो का पूरा प्रोग्राम तय हो गया है.
प्रकाश राज ने किया आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार
अभिनेता से राजनेता बने प्रकाश राज ने शनिवार को AAP उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार शुरू किया.उन्होंने शनिवार को चुनाव प्रचार शुरू किया और पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के बाबरपुर इलाके में AAP उम्मीदवार दिलीप पांडे के समर्थन में एक बैठक की.
दिल्ली में इस बार मुकाबला त्रिकोणिय
दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन नहीं हो पाया है. यहां पर भी कई सीटों पर अंक गणित ऐसा है कि अगर दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ती तो बीजेपी के लिए मुश्किल हो जाती. लेकिन अब दिल्ली का मुकाबला त्रिकोणिय हो गया है.
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