Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने एलान कर दिया है. इसके बाद से ही राज्य के राजनीतिक गलियारे में उथल-पुथल तेज हो गई है. सभी पार्टियां पांच साल बाद फिर से जनता के बीच नए-पुराने मुद्दों के साथ पहुंचने लगी हैं. इलेक्शन कमीशन ने एक ही फेज में 10 मई को वोटिंग कराने का एलान किया है. वहीं, चुनाव नतीजे 13 मई को सामने आएंगे. इसमें आगे हम जानेंगे कि इस बार कर्नाटक चुनाव में कुल कितने मतदाता भाग ले रहे हैं. कितने की उम्र (80+) है तो वहीं फर्स्ट टाइम वोट देने वाले युवाओं की भागीदारी राज्य में कितनी होगी. 

कुल सीटों में 51 हैं एस-सी, एस-टी आरक्षित

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश, 2008 के जरिये कर्नाटक के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए कुछ सीटें आरक्षित की गई हैं. इसमें एससी के लिए आरक्षित सीटों की संख्या 36 है, वहीं एसटी उम्मीदवारों के लिए 15 सीटें हैं. साथ ही बता दें कि वर्तमान कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 25 मई 2018 से आरंभ हुआ था, जो कि 24 मई 2023 तक के लिए वैध है. 

कर्नाटक के कुल मतदाताओं की संख्या 5करोड़, 23लाख, 63हजार 948 है. वहीं अगर हम सर्विस वोटरों की बात करें तो यह संख्य़ा 47,609 है. इसे मिलाकर प्रदेश में मतदाता सूची के अनुसार मतदाताओं की कुल संख्या 5,24,11,557 है. इसमें करीब 10 लाख ऐसे वोटर हैं जो अपने मताधिकार का प्रयोग पहली बार करने वाले हैं.  

फर्स्ट टाइम वोटर, (80+)के लोगों के आकड़े

मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी, 2023 को जारी किया गया है. इस आंकड़े के मुताबिक कर्नाटक में 2 जनवरी, 2022 और 1 जनवरी, 2023 के बीच 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले युवा मतदाताओं के नामांकन की संख्या 9,58,806 है.  

कर्नाटक राज्य में पीडब्ल्यूडी, थर्ड जेंडर और वरिष्ठ नागरिक (80+) के रूप में चिह्नित निर्वाचकों की संख्या की बात करें तो, इस राज्य में कुल पीडब्ल्यूडी मतदाता 5,60,908 है. वही कुल थर्ड जेंडर में 4751 वोटर शामिल हैं. कुल वरिष्ठ नागरिक (80+)के लोगों को देखे तो यह आंकड़ा 12,60,908 लाख है, जिसको लेकर इलेक्शन कमीशन ने बैलेट पेपर की व्यवस्था की है. जिसे वरिष्ठ नागरिक अपने घर पर रहते हुए प्रयोग कर सकते हैं.

सक्षम-ईसीआई ऐप के जरिए उठाए लाभ

सक्षम-ईसीआई ऐप विकलांग व्यक्तियों के लिए है. यह पूर्ववर्ती पीडब्ल्यूडी ऐप का उन्नत संस्करण है. PwD निर्वाचक उन्हें PwD के रूप में चिह्नित करने, नए पंजीकरण के लिए, प्रवास के लिए, EPIC विवरण में सुधार, और व्हीलचेयर के लिए अनुरोध कर सकते हैं. ये ऐप Google Play और Apple स्टोर, दोनों पर उपलब्ध है.

ये भी पढ़ें- Karnataka Elections: कर्नाटक में अनुसूचित जाति कोटे में बदलाव से बवाल, जानिए क्या है वजह