Karnataka Elections: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक जगदीश शेट्टार ने शनिवार (15 अप्रैल) को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद बीजेपी ने कहा कि जगदीश शेट्टार ने पार्टी के ऊपर खुद को तरजीह दी है. बीजेपी आलाकमान लगातार उनसे बातचीत करके मामला हल करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन शेट्टार ने पार्टी से बढ़कर खुद को अहमियत दी. पार्टी सूत्रों की मानें तो उन्होंने जगदीश शेट्टार को कई विकल्प दिए थे और उनसे बातचीत भी कर रही थी.


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक हुबली-धारवाड़ मध्य क्षेत्र से विधायक जगदीश शेट्टार को बीजेपी ने नए कार्यकाल की मांग न करने की सलाह दी थी. हालांकि पार्टी सूत्रों ने बताया कि शेट्टार के परिवार के किसी सदस्य को टिकट देने के विकल्प के साथ-साथ और भी कई विकल्प दिए गए थे. यहां तक कि पार्टी ने उनके सामने गवर्नरशिप या संगठन में बड़ी भूमिका का विकल्प भी पेश किया था, लेकिन उनके समर्थकों ने आलाकमान का विरोध किया.


साजिश के तहत निकाला गया लिस्ट से नाम
केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रल्हाद जोशी और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हुबली-धारवाड़ मध्य खंड के लिए टिकट के आवंटन पर अपने अल्टीमेटम के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार के साथ बैठक की थी. बता दें कि जगदीश शेट्टार हुबली-धारवाड़ मध्य क्षेत्र से 6 बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन इस बार के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी ने उन्हें यहां से टिकट नहीं दिया. बीजेपी उम्मीदवारों की लिस्ट से बाहर होने के बाद शेट्टार ने पार्टी को एक अल्टीमेटम जारी करते हुए कहा था कि अगर उन्हें अपने पसंदीदा क्षेत्र से टिकट नहीं दिया गया तो वह अपने भविष्य की राजनीतिक जमीन पर विचार करेंगे.


अपनी मांग के बावजूद पार्टी आलाकमान की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया न आने पर शेट्टर ने शनिवार (15 अप्रैल) को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया. अपने इस्तीफे के बाद जगदीश शेट्टार ने कहा कि एक साजिश के तहत उन्हें कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए टिकट से वंचित किया गया है.


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