Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक में विधानसभा इलेक्शन को लेकर चुनावी संग्राम ने जोर पकड़ लिया है, सभी पार्टियां राज्य में सत्ता पाने की होड़ में अपनी रणनीति तैयार करने में लगी हैं. ऐसे में एक बीजेपी नेता ने पार्टी को उन्हें उम्मीदवार बनाने का आग्रह करने के साथ, चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर चेतावनी भी दी है.


बीजेपी के मौजूदा एमएलसी और कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने पार्टी से अथानी निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि किसी दूसरे प्रत्याशी की तुलना में उनके चुनाव जीतने की संभावना अधिक है. 


विधान परिषद के बदले विधानसभा सीट 


बीजेपी के एमएलसी ने गुरुवार (6 अप्रैल) को अथानी में पंचमसाली नेताओं की एक बैठक में कहा कि अगर बीजेपी अथानी से महेश कुमाथल्ली को उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारती है तो उसे हार का सामना करना पड़ सकता है. वहीं पार्टी इस क्षेत्र से मुझे टिकट देती है तो मैं जीतूंगा. उन्होंने कहा कि अगर कुमाथल्ली मैदान छोड़ते हैं तो वह विधान परिषद में अपनी सीट कुमाथल्ली को देने के लिए तैयार हैं.


पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि परिषद में मेरा पांच साल का कार्यकाल अभी बाकी है. जिससे कुमाथल्ली वहां सदस्य बने रह सकते हैं. ऐसा होने से उनकी जगह अथानी से मैं चुनाव लड़ सकता हूं और जीत सकता हूं. दिलचस्प की बात यह है कि सावदी एक गणिगा लिंगायत हैं, जबकि कुमाथल्ली पंचमसाली लिंगायत हैं. ऐसे में बीजेपी को यहां से प्रत्याशी चुनने में परेशानी हो सकती है. 


मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दी प्रतिक्रिया 


एमएलसी सावदी ने तर्क दिया कि यदि कुमाथल्ली अथानी से हार जाते हैं तो कुछ स्वार्थी इसके लिए उन्हें दोषी ठहराने की योजना बना रहे थे. उन्होंने कहा, 'अगर कुमाथल्ली बीजेपी के उम्मीदवार बनते हैं तो पार्टी उनके चुनाव के लिए मुझे जिम्मेदार बनाएगी. वहीं वह हार जाते हैं, तो विफलता को भी मेरे ही ऊपर जोड़कर देखा जाएगा. उन्होंने बेलगावी जिले के कुछ नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वो लोग मेरा पतन देखना चाहते हैं, इसलिए इस तरह की साजिशों के पीछे हैं. 


बेलगावी में भाजपा के कुछ वफादार कार्यकर्ताओं को यह बात रास नहीं आई है. एक जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि बीजेपी का कोई वरिष्ठ नेता सार्वजनिक रूप से यह भविष्यवाणी कैसे कर सकता है कि पार्टी का कोई साथी उम्मीदवार हार जाएगा? यह और कुछ नहीं बल्कि पार्टी का अपमान है.


हालांकि, पत्रकारों के इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार (7 अप्रैल) सुबह शिवमोगा में इस पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'सावदी न केवल एक वरिष्ठ नेता हैं, बल्कि एक बुद्धिमान व्यक्ति भी हैं. मुझे उम्मीद है कि वह सार्वजनिक रूप से इस तरह के बयान देने के प्रावधान को समझेंगे. बता दें कि लक्ष्मण सावदी कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री के साथ, येदियुरप्पा कैबिनेट में दो बार मंत्री रहे हैं. इसके साथ ही वह अथानी विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार 2004 से 2018 तक बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में जीत चुके हैं. 


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