Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के साथ जेडी(एस) 10 मई को होने वाले चुनाव में दांव लगाने के लिए तैयार है. कांग्रेस के दिग्गज सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को कड़ी टक्कर देने के लिए बीजेपी ने भी कद्दावर नेता को  मैदान में उतारा है. 


राज्य कांग्रेस प्रमुख शिवकुमार और विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को उनके परंपरागत सीट पर चुनौती देने के लिए बीजेपी ने वरिष्ठ मंत्री आर अशोक को वरुणा विधानसभा क्षेत्र में सिद्धारमैया के खिलाफ खड़ा किया, जबकि वी सोमन्ना कनकपुरा में शिवकुमार से भिड़ने उतरेंगे.


मेरा जीवन एक संघर्ष है, मैं लड़ना जारी रखूंगा


पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, "उन्हें चुनाव लड़ने दें, मैं उनका स्वागत करता हूं... जो भी मेरे खिलाफ चुनाव लड़े, मैं उनका स्वागत करता हूं." शिवकुमार ने कहा, "मैं उन्हें (अशोक को) शुभकामनाएं देता हूं. राजनीति में लड़ाई होनी चाहिए. यह मेरे लिए कोई नई बात नहीं है क्योंकि मैंने 1985 में एच डी देवगौड़ा के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, बाद में एच डी कुमारस्वामी के खिलाफ. मेरा जीवन एक संघर्ष है, मैं लड़ना जारी रखूंगा".


सिद्धारमैया और डी शिवकुमार दोनों कांग्रेस दिग्गज ने कथित तौर पर पार्टी केंद्रीय नेतृत्व को बताया है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र सिर्फ नामांकन भरने के लिए ही जाएंगे. इसके एवज में दोनों नेता अपना पूरा समय पार्टी की जीत और कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने में देंगे.


सोमन्ना सिद्धारमैया के साथ काम कर चुके हैं


बीजेपी नेता वीरन्ना सोमन्ना को पार्टी ने कनकपुरा विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है. जहां से कद्दावर नेता और राज्य कांग्रेस प्रमुख डी के शिवकुमार चुनाव लड़ रहे हैं. सोमन्ना बोम्मई कैबिनेट में कर्नाटक के आवास और बुनियादी ढांचा विकास विभाग के वर्तमान मंत्री हैं. वह मई 2018 से गोविंदराज नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के सदस्य बने थे. सोमन्ना लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिसका वरुणा क्षेत्र में काफी महत्व है. 


जबकि अशोक को बीजेपी के प्रमुख वोक्कालिगा चेहरे के रूप में देखा जाता है, जिस समुदाय से शिवकुमार भी आते हैं. सोमन्ना चामराजनगर से भी चुनाव लड़ेंगे, और अशोक पद्मनाभनगर खंड से, जिसका वह वर्तमान में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. सोमन्ना ने कहा कि वरुण निर्वाचन क्षेत्र उनके लिए नया नहीं है. उन्होंने चामुंडेश्वरी उपचुनाव के दौरान सिद्धारमैया के लिए प्रचार करने की बात कही, जब वे एक ही पार्टी में थे. कैबिनेट सहयोगियों के रूप में सोमन्ना सिद्धारमैया के साथ काम कर चुके है.


पार्टी के एक वफादार सिपाही


बीजेपी ने कांग्रेस राज्य प्रमुख डी के शिवकुमार के खिलाफ वरिष्ठ मंत्री आर अशोक को मैदान में उतारा है. इस पर टिप्पणी करते हुए, अशोक ने कहा, "पार्टी के एक वफादार सिपाही" के रूप में वह अपने "कमांडरों" प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डिक्टेट का पालन करेंगे. उन्होंने कहा, "मुझे कनकपुरा से चुनाव लड़ने का काम दिया गया है, मुझे इसकी जानकारी नहीं थी, न ही मैंने इसके लिए कहा है. लेकिन पार्टी के एक अनुशासित सिपाही के रूप में, मैं निर्णय का पालन करूंगा. " 


बीजेपी के वरिष्ठ मंत्री ने अपनी बात में आगे कहा कि इंदिरा गांधी और देवेगौड़ा जैसे राजनीतिक दिग्गज भी चुनाव हार गए थे, उन्होंने कहा, "कनकपुरा के लोग विकास चाहते हैं, और मुझे विश्वास है कि वे मुझे मोदी के नेतृत्व में 'डबल-इंजन सरकार' लाने का आशीर्वाद देंगे" .... पार्टी ने मुझे ताकत दी है और मैं लड़ूंगा.'


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