शिमला: हिमाचल प्रदेश की बीजेपी इकाई मंडी के अपने विधायक के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में शामिल नहीं होने को लेकर कार्रवाई कर सकती है. लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मोदी ने मंडी के पड्डल मैदान में 10 मई को बीजेपी के मौजूदा सांसद राम स्वरूप शर्मा के समर्थन में रैली की थी. स्थानीय विधायक अनिल शर्मा प्रधानमंत्री की रैली में शामिल नहीं हुए. उनके बेटे आश्रय को कांग्रेस ने यहां से टिकट दिया है.

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि पार्टी आलाकमान से बात करने के बाद अनिल शर्मा के खिलाफ निश्चित तौर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. सत्ती ने कहा, ''जहां तक विधानसभा की सदस्यता की बात है तो इस पर कानूनी राय ली जाएगी और अध्यक्ष राजीव बिंदल द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सदन के नेता के तौर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर यह तय करेंगे की विधायक के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई की जाएगी.''

सत्ती ने कहा, ''जहां तक पार्टी की बात है विधायक होने की वजह से अनिल शर्मा बीजेपी की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य हैं. हम अपने सबसे शीर्ष नेता नरेन्द्र मोदी की रैली में हिस्सा नहीं लेने पर उन्हें राज्य कार्यकारिणी से हटाने के लिए अनुशासनात्मक समिति से इस संबंध में बात करेंगे.'' कांग्रेस उम्मीदवार आश्रय को बीजेपी से टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन बीजेपी के रामस्वरूप को दोबारा उम्मीदवार बनाने पर वह कांग्रेस में शामिल हो गए.

इसके बाद उनके पिता अनिल शर्मा ने राज्य के ऊर्जा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, उन्होंने बीजेपी से कहा था कि वह न तो पार्टी के लिए प्रचार करेंगे और न ही अपने बेटे के लिए. ठाकुर का गृह जिला होने के चलते मंडी लोकसभा सीट काफी महत्वपूर्ण है. मंडी में 19 मई को मतदान हुआ था. यहां 73.39 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था.

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