नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए जारी राजनीतिक गहमागहमी के बीच कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार और केंद्र सरकार में टकराव की स्थिति पैदा हो गई है. सूबे के मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी ने दावा किया कि राज्य में आयकर छापे डालने के लिए देश के विभिन्न इलाकों से सीआरपीएफ को कर्नाटक लाया गया है.
उन्होंने कहा, ''माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयकर विभाग का गलत इस्तेमाल चुनाव के समय कर्नाटक के कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) के नेताओं को धमकाने के लिए कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा, ''वे आयकर विभाग की रेड हमारे महत्वपूर्ण नेताओं के घर डाल रहे हैं. यह कुछ और नहीं केवल राजनीतिक बदले के लिए जा रहा है. हम इससे झुकेंगे नहीं.''
कुमारस्वामी ने कहा, ''300 से ज्यादा आयकर विभाग के अधिकारी बेंगलुरु आ रहे हैं. हो सकता है कि वे कल से छापेमारी शुरू करें. केंद्र सरकार बदले की राजनीति कर रही है. हमें पता है कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि चुनाव नजदीक आ रहे हैं. हम वही करेंगे जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने किया था.''
आपको बता दें कि फरवरी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर सीबीआई की टीम पहुंचने के विरोध में धरना पर बैठ गई थी. सीबीआई की टीम राजीव कुमार से शारदा चिटफंड घोटाले की जांच को लेकर पूछताछ करने गई थी. कई दिनों तक केंद्र और राज्य के बीच तकरार जारी रहने के बाद मामला सुलझा.
कर्नाटक में दो चरणों में 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. सूबे में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन का मुकाबला बीजेपी है.
कर्नाटक पहला चरण, 18 अप्रैल- उडुपी चिकमंगलूर, हासन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, टुमकुर, मांड्या, मैसूर, चामराजनगर, बंगलौर ग्रामीण, बंगलौर उत्तर, बंगलौर मध्य, बंगलौर दक्षिण, चिक्कबल्लापुर, कोलार.
दूसरा चरण, 23 अप्रैल- चिक्कोडी, बेलगाम, बगलकोट, बीजापुर, गुलबर्गा, रायचुर, बीदर, कोप्पल, बेल्लारी, हावेरी, धारवाड़, उत्तर कन्नड़, दावानगेरे, शिमोगा.