अहमदाबाद: गुजरात के पटेल समुदाय के नेता हार्दिक पटेल ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव लड़ने पर बड़ा बयान दिया है. पटेल ने एलान किया है कि वह इस साल होने वाला लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि पटेल किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे इस पर स्थिति साफ नहीं है. इसके अलावा हार्दिक पटेल ने केंद्र की तरफ से जनरल कैटेगरी के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 10 प्रतिशत का आरक्षण दिए जाने पर भी सतुंष्टि जाहिर की.
लखनऊ की अपनी रैली में हार्दिक पटेल ने कहा, "हां, मैं चुनाव लड़ सकता हूं, लेकिन अभी इस दिशा में कोई खास कदम नहीं उठाया गया है." गुजरात से चुनाव लड़े जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "अभी कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है. आप यही पूछते रहते हैं कि मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं. मेरा जवाब है कि हो सकता है, लेकिन अभी कुछ फाइनल नहीं हुआ है."
पटेल ने कहा कि पहले वह उम्र के कारण संवैधानिक रूप से चुनाव लड़ने के योग्य नहीं थे, लेकिन जुलाई 2018 में 25 वर्ष के हो जाने के बाद अब वह चुनाव लड़ सकते हैं. सौराष्ट्र क्षेत्र की अमरेली सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर हार्दिक पटेल ने कहा, "कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है, आप वही सवाल पूछ रहे हैं." साथ ही हार्दिक पटेल ने बीजेपी के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रहने का एलान भी किया.
अपनी लड़ाई जारी रखेंगे
आरक्षण के मुद्दे पर बोलते हुए पटेल ने कहा, "मैं गैर-पिछड़े वर्गों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण के निर्णय से खुश हूं, लेकिन पहले इसे सुप्रीम कोर्ट की स्वीकार्यता मिलने दीजिए."
अपनी लड़ाई को जारी रखने का एलान करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा, "पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) का आंदोलन तबतक जारी रहेगा, जबतक यह आरक्षण सही मायने में लागू नहीं होता और पाटीदार (पटेल) युवाओं को वास्तव में इससे फायदा नहीं होता."
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पटेल ने कहा, "युवाओं के लिए नौकरियों के अलावा, मैंने किसानों के लिए भी लाठी खाई है जो कॉरपोरेट सेक्टर के पक्ष में सरकार की असंतुलित नीतियों की वजह से मुसीबत में हैं."