Election Results: पांच राज्यों में हुए विधानसभा के नतीजों में जहां एक ओर कांग्रेस कमबैक करती हुई दिख रही है तो वहीं बीजेपी के लिए यह किसी झटके से कम नहीं. बीजेपी जहां राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांग्रेस से पिछड़ रही है तो वहीं छत्तीसगढ़ में रमण सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी की जबरदस्त हार हुई है. मिजोरम और तेलंगाना में भी पार्टी को निराशा ही हाथ लगी है.

पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद बीजेपी के सहयोगी और पार्टी के सदस्य पार्टी से नाराज दिखाई दे रहे हैं. पार्टी के सांसद संजय काकड़े ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है,''जानता था कि राजस्थान और छत्तीगढ़ में पार्टी हार रही है. लेकिन मध्य प्रदेश के नतीजे चौकाने वाले हैं.''

संजय काकड़े ने आगे कहा कि लगता है 2014 में पीएम मोदी ने जो विकास के वादे किए थे वह भूल गए हैं. उन्होंने अपनी ही पार्टी के दिग्गज नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा. काकड़े ने कहा,'' मैं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को चिट्ठी लिखकर योगी आदित्यनाथ जैसे नेताओं के बेतुकी बयानबाजी को रोकने कहूंगा. क्योंकि ये नेता हनुमान की जाति, राम मंदिर और केवल शहरों के नाम बदलने की बात कहते हैं.

शिवसेना ने साधा निशाना

वहीं केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि जनता ने कांग्रेस को नहीं चुना है बल्कि हमें सबक सिखाया है. आत्मचिंतन करना चाहिए. साथ ही शिवसेना ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ की. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ''ताजा नतीजों ने साबित किया है कि उन्हें 2014 वाला राहुल गांधी समझने की गलती न की जाए.''

संजय राउत कहा, ''शिवसेना की सलाह है कि अब जमीन पर चलना सीखें. चार साल से हवा में उड़ रहे थे. जनता ने सबक सिखाया है.'' राउत ने कहा, ''बीजेपी को गठबंधन के दलों से रिश्ता नहीं निभाने का सिला मिला है. गठबंधन सहयोगी के साथ दुर्व्यवहार किया गया. आत्मचिंतन करना चाहिए. राम मंदिर हो या गठबंधन के रिश्ते हम कभी खुश नहीं थे. चुनाव में जनता ने संदेश दिया है.''