दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: चुनाव आयोग ने अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा पर आपत्तिजनक बयान देने के चलते बड़ी कार्रवाई की है. चुनाव आयोग ने प्रवेश वर्मा के प्रचार करने पर 96 घंटे की रोक लगाई है, जबकि अनुराग ठाकुर पर 72 घंटे का बैन लगाया गया है. चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद प्रवेश वर्मा 4 दिन तक और अनुराग ठाकुर तीन दिन तक दिल्ली चुनाव में प्रचार नहीं कर पाएंगे. इससे पहले चुनाव आयोग ने बीजेपी से दोनों नेताओं के नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटाने का आदेश दिया था.


दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान सोमवार को बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा था, ‘’लाखों लोग वहां (शाहीन बाग) इकट्ठा होते हैं. दिल्ली के लोगों को सोच समझ कर फैसला लेना होगा. वह आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहनों और बेटियों के साथ बलात्कार करेंगे, उन्हें मारेंगे. आज वक्त है. मोदी जी और अमित शाह कल आपको बचाने नहीं आएंगे.’’ प्रवेश वर्मा के इसी आपत्तिजनक बयान के बाद चुनाव आयोग ने ये कार्रवाई की है. चुनाव आयोग ने बीजेपी सांसद को नोटिस भी जारी किया था.


केजरीवाल को आतंकवादी भी कहा


शाहीन बाग पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद प्रवेश वर्मा ने कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी भी कहा. प्रवेश वर्मा ने अपने भाषण में कहा, ‘’केजरीवाल अगर जीतकर आये तो मादीपुर की सड़कें शाहीन बाग बन जाएंगी. दिल्ली में केजरीवाल जैसे नटवरलाल और आतंकवादी छुपे हुए हैं, उन्हें बाहर निकालना है.’’उन्होंने आगे कहा, ‘’कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ें या दिल्ली में ‘केजरीवाल जैसे आतंकवादी से.’’


अनुराग ठाकुर पर क्यों हुई कार्रवाई


रिठाला से बीजेपी उम्मीदवार मनीष चौधरी के समर्थन में एक जनसभा में अनुराग ठाकुर ने शाहीनबाग में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन और कथित देश विरोधी नारों से विपक्षी पार्टियों को जोड़ा. इसके बाद ठाकुर ने भीड़ से विवादित नारे लगाने को कहा. वित्त राज्य मंत्री ठाकुर ने कहा “ देश के गद्दारों को”, जिसपर भीड़ ने कहा, “ गोली मारो स***को.” ठाकुर ने भीड़ से इतनी तेज़ आवाज़ में नारा लगाने को कहा कि इसकी आवाज़ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सुन सकें.


दिल्ली चुनाव: नफरत फैलाने के बावजूद प्रचार कर सकते हैं ठाकुर और प्रवेश, कार्रवाई से नहीं पड़ा कोई फर्क


बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होना है, जबकि नतीजों का एलान 11 फरवरी को होगा.