Delhi MCD Elections 2022: दिल्ली में नगर निगम चुनाव रविवार को पूरे हो चुके हैं. दिल्ली में करीब 50 प्रतिशत मतदान हुए हैं, जहां शहर भर के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतार लगी हुई थी, वहीं उत्तर पश्चिमी दिल्ली के कटेवारा गांव में मतदान केंद्र वीरान नजर आया.  दिल्ली सरकार और नगर निगम पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए इस छोटे से गांव के मतदाताओं ने चुनाव का बहिष्कार किया. बवाना विधानसभा क्षेत्र के तहत नंगल ठाकरान वार्ड के लिए पार्षद चुनने के लिए गांव का एक भी मतदाता मतदान करने नहीं आया था. यहां के सभी पोलिंग बूथ वीरान पड़े हुए थे. 


इस गांव के लोगों का कहना है कि उन्होंने सभी सियासी दलों को तकरीबन महीने भर पहले ही बता दिया था कि इस क्षेत्र के लोग मतदान नहीं करने जायेगें और चुनाव का बहिस्कार कर रहे हैं. 


बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में टेक्सटाइल फैक्ट्री चलाने वाले मनीष वत्स ने टीओआई को बताया, "करीब एक दशक से हमारे गांव में कोई विकास नहीं हुआ है. हम नियमित रूप से दिल्ली सरकार, एमसीडी और इलाके के सांसद, विधायक और पार्षद को लिख रहे हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ." 


वह कहते हैं कि ऐसा लगता है जैसे इस क्षेत्र के लोग दिल्ली का हिस्सा ही नहीं हैं. सड़कों की हालत काफी ख़राब है, यहां पर बिलकुल साफ़ सफाई नहीं है और सामुदायिक केंद्र का बुरा हाल है और उसके दरवाजे भी टूटे हुए हैं. 


कटेवारा गांव की आबादी 6,000 से अधिक है और करीब 3,500 पात्र मतदाता हैं. एक निजी कंपनी में काम करने वाले रोहित कौशिक ने कहा कि सीमेंट के टुकड़े गिरने से गांवों के चारों गेट टूट गए और कई लोग घायल भी हो गए थे.  कौशिक ने कहा, "सड़कें भी बहुत बेकार हैं और पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. हम किसे वोट दें. कोई हमारे गांव में बुनियादी सुविधाओं की देखभाल करने को तैयार नहीं है."