नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजों की तस्वीर साफ हो गई है. बीजेपी नीत एनडीए पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहा है. 2014 की तरह 2019 में भी एक बार फिर 'मोदी लहर' का प्रभाव देखने को मिला है. 'मोदी लहर' में कई सारे दिग्गज नेता चुनाव हार गए हैं. उन नेताओं में से कुछ पिता-पुत्र नेता भी हैं जो इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे. आइए जानते हैं ऐसे ही पिता-पुत्र नेताओं के बारे में जिनकी चमक इस लोकसभा चुनाव में फीकी पड़ गई.

हुड्डा परिवार हरियाणा के सबसे चर्चित राजनीतिक परिवारों में से एक हुड्डा परिवार के लिए भी यह चुनाव सही नहीं रहा. राज्य की सभी 10 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली. हुड्डा परिवार में इस बार पिता और पुत्र दोनों की हार हुई है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव हार गए हैं.

हरियाणा की सबसे हॉट सीट रोहतक में कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा और बीजेपी के अरविंद शर्मा के बीच कांटे का मुकाबला रहा. अंत तक यह सीट फंसी रही. रात करीब 4 बजे बीजेपी के अरविंद शर्मा को 7503 मतों से विजयी घोषित किया गया. अरविंद शर्मा को 573845 मत मिले. दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा को 566342 मत प्राप्त हुए. वहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनीपत चुनाव लड़े था. यहां उन्हें बीजेपी प्रत्याशी रमेशचंद्र कौशिक से हार का सामना करना पड़ा.

चौधरी चरण सिंह परिवार चौधरी अजित सिंह के अलावा उनके बेटे और आरएलडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी चुनाव हार गए हैं. जयंत चौधरी को बागपत से केन्द्रीय मंत्री डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने 20 हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया है. मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से चौधरी अजित सिंह हार गए हैं. उन्हें बीजेपी के संजीव बालियान ने हराया है.

कांग्रेस अध्यक्ष, पूर्व प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई मुख्यमंत्रियों समेत ये दिग्गज नेता हार गए लोकसभा चुनाव

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