Varun Gandhi News: बीजेपी नेता वरुण गांधी पीलीभीत लोकसभा सीट छोड़ रहे हैं. उन्होंने एक चिट्ठी लिखकर पीलीभीत की जनता का आभार जाताया और कहा कि उनके दरवाजे लोगों के लिए पहले की तरह ही खुले हैं. वरुण ने कहा है कि वह जनता के लिए काम करते रहेंगे, भले ही इसके लिए उन्हें कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े. बीजेपी ने हाल ही में पीलीभीत सीट से वरुण का टिकट काटा है. उनकी जगह जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है. 

वहीं, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद ने पीलीभीत से बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में बुधवार (27 मार्च) को नामांकन दाखिल कर दिया. इस दौरान वरुण गांधी मौजूद नहीं रहे. पीलीभीत के मौजूदा सांसद को लेकर जब सवाल किया गया तो स्थानीय नेताओं ने चुप्पी साधे रखी. पीलीभीत सीट पर पिछले चार लोकसभा चुनावों से बीजेपी का ही कब्जा है. बीजेपी की तरफ से अब तक उम्मीदवारों की सात लिस्ट जारी की जा चुकी हैं, जिसमें 405 प्रत्याशियों को मौका मिला है. 

पत्र लिखते हुए भावुक हुए वरुण गांधी

वरुण गांधी ने पीलीभीत की जनता को लिखी चिट्ठी में कहा है, "आज जब मैं यह पत्र लिख रहा हूं, तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया है. मुझे वो 3 साल का छोटा सा बच्चा याद आ रहा है जो अपनी मां की उंगली पकड़ कर 1983 में पहली बार पीलीभीत आया था. उसे कहां पता था एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे. मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वर्षों पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला."

वरुण गांधी ने बताया आगे का प्लान

अपनी चिट्ठी में बीजेपी नेता ने आगे के प्लान के बारे में बात करते हुए कहा, "पीलीभीत की जनता प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है. मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से आपके हितों के लिए आवाज उठाई. एक सांसद के तौर पर मेरा कार्यकाल भले समाप्त हो रहा हो, पर पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता." 

उन्होंने कहा, "सांसद के रूप में नहीं, तो बेटे के तौर पर सही, मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं. मेरे दरवाजे आपके लिये हमेशा पहले जैसे ही खुले रहेंगे." इस तरह बीजेपी नेता ने साफ कर दिया है कि वह लोगों की सेवा करते रहेंगे.

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