Lok Sabha Election 2019: आज चौथे चरण में 17वीं लोकसभा चुनने के लिए 9 राज्यों की 72 सीटों पर मतदान हो रहा है. 2014 के चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाला एनडीए 71 सीटों में से 56 पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुआ था. लेकिन 71 में से 18 सीटें ऐसी हैं जिन पर बीजेपी कभी जीत दर्ज नहीं कर पाई है.

18 सीटों पर कभी नहीं जीती बीजेपी चौथे चरण की 71 में से 25 फीसदी यानी कि 18 सीटों पर बीजेपी को 1980 में उसकी स्थापना के बाद से कभी भी जीत नहीं मिली है. बीजेपी ने इन 71 में से अपने दम पर 45 सीटों पर जीत दर्ज की थी. पर इस बार बीजेपी ने कई बड़े बदलाव किए हैं. बीजेपी ने पिछली बार सांसद बनने वाले 17 उम्मीदवारों के टिकट काट दिए हैं. खास बात है कि इस बार बीजेपी ने मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, कीर्ति सोमैया और सावंर लाल जाट जैसे दिग्गज नेताओं को भी टिकट नहीं दिया है.

कांग्रेस के लिए छिंदवाड़ा महत्वपूर्ण वहीं बात अगर कांग्रेस की करें तो उसके लिए इस चरण में मध्य प्रदेश की छिंदवाडा सीट काफी महत्वपूर्ण है. कांग्रेस को इस सीट पर कभी भी हार नहीं मिली है. बस 1997 के उपचुनाव में एक बार ऐसा मौका आया था, जब कांग्रेस का उम्मीदवार जीत नहीं दर्ज कर पाया था. इस बार कांग्रेस ने इस सीट पर कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ पर दांव खेला है. नकुलनाथ 600 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ इस चरण के सबसे अमीर उम्मीदवार हैं.

बेगूसराय पर टिकी हैं सबकी नज़रें इस चरण में बिहार की बेगुसराय सीट पर भी सबकी नज़रें हैं. एक तरफ जहां इस सीट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की किस्मत दांव पर लगी हैं, तो वहीं सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़ रहे कन्हैया कुमार ने भी मुकाबले को रोचक बना दिया था. महागठबंधन की ओर से भी इस सीट पर तनवीर हसन जैसा मजबूत उम्मीदवार मैदान में है. तनवीर हसन को 2014 में इस सीट पर मोदी लहर के दौरान करीब 50 हजार वोट से हार मिली थी.

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