चंडीगढ़: हरियाणा में बीजेपी के हाथ से सत्ता निकलती दिखाई दे रही है. कांग्रेस का दावा है कि वह सरकार बनाने जा रही है. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा का जनादेश बीजेपी के खिलाफ है. उन्होंने दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी और निर्दलीय विधायकों से अपील करते हुए कहा कि बीजेपी विरोधी दल साथ आएं, सभी को सम्मान मिलेगा. हुड्डा ने दावा किया कि निर्दलीय विधायकों को डराया जा रहा है और प्रशासन इसमें शामिल है, हम इसकी शिकायत करेंगे.


हुड्डा ने कहा, ''समय आ गया है कि कांग्रेस, जेजेपी, आईएनएलडी और निर्दलीय विधायक साथ आकर मजबूत सरकार बनाए. मैं विश्वास दिलाता हूं कि सभी को उचित सम्मान दिया जाएगा और सरकार में जगह दी जाएगी.'' वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे और कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने भी बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि जो निर्दलीय विधायक हमारे साथ आना चाहते हैं उन्हें बीजेपी रोक रही है.


हरियाणा के रुझान
दोपहर डेढ़ बजे तक के आंकड़ों पर गौर करें तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों बराबर-बराबर सीटों पर आगे चल रही है. दोनों पार्टी 35-35 सीटों पर आगे है. वहीं दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी 10, आईएनएलडी दो और निर्दलीय सात सीटों पर पर आगे है.


बीजेपी-35
कांग्रेस-35
जेजेपी-10
आईएनएलडी-2
हरियाणा जनहित कांग्रेस- 1
निर्दलीय-7


यही रुझान अगर परिणामों में बदला तो दुष्यंत चौटाला किंगमेकर की भूमिका में होंगे. सत्ता में बने रहने के लिए बीजेपी भी निर्दलीय, जेजेपी और आईएनएलडी से संपर्क साधेगी. 2014 के चुनाव में बीजेपी ने 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं आईएनएलडी 19 और कांग्रेस 55 सीटों पर जीत दर्ज की थी.


दिल्ली आएंगे हुड्डा
सरकार के गठन की कवायद के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज दिल्ली आ सकते हैं. कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पहुंचने के बाद हुड्डा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे और सरकार बनाने की संभावना को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद के साथ मंथन करेंगे.


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एक सूत्र ने बताया कि सोनिया ने हुड्डा से फोन पर भी बात की है और उन्हें सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ने को कहा है. इस बीच, सूत्रों ने यह भी बताया है कि हुड्डा और उनके करीबियों की ओर से जननायक जनता पार्टी के साथ संपर्क करने की कोशिश हो रही है. इसके साथ ही उन निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क साधा गया है जो जीतने की स्थिति में हैं.