नई दिल्ली: कर्नाटक की गद्दी पर बैठने के लिए कांग्रेस, बीजेपी या जेडीएस के बीच जोर आजमाइश जारी है. चुनाव में क्या रसूखदार नेता माइनिंग माफिया, करोड़पति चायवाला, अपराधी, अरबपति बिजनेसमैन मैदान में हैं. दरअसल चुनाव में पैसा और बाहुबल हावी रहा है. ऐसे में आज बात करते हैं तीन प्रमुख दल कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस के शीर्ष नेतृत्व की कि इनके पास कितनी संपत्ति है. वो तीन हैं सिद्धारमैया, येदियुरप्पा और एचडी कुमारस्वामी. इनमें से एक संभवत: राज्य की कमान संभालेंगे.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया विधानसभा चुनाव में चामुंडेश्वरी और बदामी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. और कांग्रेस ने इस बार भी उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया है. सिद्धारमैया को विश्वास है की पार्टी की हार के सिलसिले को कर्नाटक में रोकेंगे और जीत का तोहफा दिल्ली में राहुल गांधी को सौंपेंगे. सिद्धारमैया बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए हर दांव अपना रहे हैं जो उन्हें गद्दी पर बैठा सकता है.

सिद्धारमैया की संपत्ति: सिद्धारमैया ने चामुंडेश्वरी सीट से नामांकन दाखिल करते हुए बताया है कि उनके पास 11 करोड़ 20 लाख रुपए की चल और अचल संपत्ति है. उनकी पत्नी पार्वती के पास 7 करोड़ 60 लाख रुपए की संपत्ति है. उन्होंने एक करोड़ 55 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति हिन्दू अविभाजित परिवार (HUF) के तहत घोषित की है.

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने एफिडेविट (हलफनामे) में चुनाव आयोग को बताया है कि उनकी जीविका का आधार राजनीति है और उनकी पत्नी गृहणी हैं. उनकी ओर से पेश संपत्ति के ब्योरों के मुताबिक सिद्धारमैया पर ढ़ाई करोड़ रुपये का कर्ज है. वहीं उनकी पत्नी पर भी सवा दो सौ करोड़ का कर्ज है. सिद्धारमैया के खिलाफ कोर्ट में एक भी केस लंबित नहीं है. हालांकि उनके खिलाफ 44 शिकायत दर्ज है.

2013 में वरुणा सीट से नामांकन दाखिल करते हुए सिद्धारमैया ने बताया था कि उनके पास पांच करोड़ 16 लाख रुपये की संपत्ति है. यानि की उनकी संपत्ति पिछले पांच सालों में दोगुनी हुई है. वहीं उनकी पत्नी की संपत्ति में भी दोगुना इजाफा हुआ है. उन्होंने 2013 में बताया था कि उनके पास दो करोड़ 75 लाख रुपये की संपत्ति है.

येदियुरप्पा: कर्नाटक प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने पिछले दिनों शिकारीपुरा विधानसभा सीट से अपना नामांकन भरा. वह शिवमोगा जिले में स्थित अपने गृहनगर शिकारीपुरा से वर्ष 1983 से आठ बार चुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने चुनाव आयोग को दिये गये एफिडेविट में बताया है कि उनके पास छह करोड़ 54 लाख रुपये की संपत्ति है. एफिडेविट में शिकारीपुरा के 13 एकड़ जमीन, दो कमर्शियल बिल्डिंग, बेंगलुरू और शिकारीपुरा के दो मकान आदि का जिक्र है.

पिछले साल की तुलना में देखें तो उनकी संपत्ति में 71 लाख रुपये यानि 12 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. उन्होंने अपने शपथपत्र में अपने ऊपर दर्ज 14 केस का जिक्र किया है. इनमें गलत तरीके से जमीन अधिग्रहण करने और वोटरों को प्रभावित करने का मामला शामिल है. 2013 में येदियुरप्पा के खिलाफ 17 केस दर्ज थे. येदियुरप्पा कर्नाटक में साल 2008 से 2011 तक बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री थे. उन्हें राज्य लोकयुक्त द्वारा पता लगाए गए करोड़ों रुपये के खनन घोटाले की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था. उन्होंने बीजेपी भी छोड़ दी थी. बाद में अलग पार्टी बनाई. हालांकि उन्होंने फिर कमल थाम लिया.

एचडी कुमारस्वामी: कर्नाटक की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के नेता एचडी कुमारस्वामी दो विधानसभा क्षेत्र रामनगरा और चन्नापटना से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने अपनी और पत्नी की कुल संपत्ति 167 करोड़ रुपए घोषित की है. उनपर 103 करोड़ रुपए का कर्ज है.

पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा के बेटे के पास 42 करोड़ 91 लाख रुपये की चल और अचल संपत्ति है. वहीं पत्नी के पास 124 करोड़ 22 लाख रुपये की संपत्ति है. इनकी संपत्ति में पिछले पांच साल में 20 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.

सबसे अमीर हैं कुमारस्वामी

सिद्धारमैया, येदियुरप्पा और एचडी कुमारस्वामी में सबसे अधिक संपत्ति कुमारस्वामी के पास है. वहीं संपत्ति के मामले में दूसरे स्थान पर सिद्धारमैया और उनका परिवार और तीसरे स्थान पर येदियुरप्पा हैं..

कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 12 मई को मतदान होगा. मतगणना 15 मई को होगी. सर्वे पर नजर डालें तो किसी भी दल को पूर्ण बहुमत मिलने के आसार नहीं हैं. ऐसे में 3 फरवरी 2006 से 9 अक्टूबर 2007 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे कुमारस्वामी किंगमेकर बनकर उभर सकते हैं.