बाराबंकी: वाराणसी से गठबंधन उम्मीदवार तेज बहादुर का नामांकन रद्द होने पर एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने पहली प्रतिक्रिया दी है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वाराणसी की जनता इसका जवाब देगी और आवाज वोट के रूप में सुनाई देगी. अपने उम्मीदवार को अखिलेश बोले कि शालिनी यादव वाराणसी से सपा उम्मीदवार हैं.
अखिलेश यादव ने कहा, ''सरकार डरी हुई है. वाराणसी की जनता इसका जवाब देगी और आवाज वोट के रूप में सुनाई देगी.'' अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके और उन्होंने तेज बहादुर की नौकरी जाने पर भी सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ''जिसने खाने की क्वालिटी पर सवाल उठाया था उसे सरकार ने नौकरी से निकलवा दिया.''
तेज बहादुर ने पहले निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए पर्चा दाखिल किया था. लेकिन आखिर वक्त पर समाजवादी पार्टी ने शालिनी यादव का टिकट काटते हुए तेज बहादुर को अपना उम्मीदवार बनाया. इसके बाद तेज बहादुर ने एसपी के सिंबल पर नया पर्चा दाखिल किया. चुनाव आयोग ने दूसरे हलफनामे में गलत जानकारी देने के चलते तेज बहादुर का पर्चा कैंसिल किया है. हालांकि तेज बहादुर का कहना है कि वह इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में लेकर जाएंगे.
इससे पहले मंगलवार को जिला निर्वाचन कार्यालय ने तेज बहादुर यादव से चुनाव आयोग से अनापत्ति प्रमाणपत्र लाकर जमा करने का निर्देश दिया था. इस प्रमाणपत्र को जमा करने के लिए तेज बहादुर यादव को एक दिन का समय दिया गया था. यह प्रमाणपत्र उन्हें आज सुबह 11 बजे तक जमा करना था. प्रमाणपत्र जमा ना करने की स्थिति में उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया है.
बता दें कि बीएसएफ जवान तेज बहादुर उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने भारतीय सेना में खराब खाने की शिकायत को लेकर एक वीडियो शेयर किया था. उस वीडियो को लेकर तेज बहादुर को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी.
वहीं समाजवादी पार्टी नेता मनोज राय ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को हमने पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है. प्रत्याशी अभी कौन होगा इस पर जल्द ही बैठक के बाद फैसला किया जाएगा.