Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में चुनावी तारीख नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है. सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच तीखे बयान और सोशल मीडिया पर पोस्टर वार ने सियासी सरगर्मी को और बढ़ा दिया है. शनिवार (25 जनवरी) को आम आदमी पार्टी (आप) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया, जिसमें प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, अन्य भाजपा नेताओं और राहुल गांधी को भ्रष्ट नेताओं के लिस्ट में दिखाया गया.
आम आदमी पार्टी की ओर से जारी किए गए पोस्टर पर लिखा था, "केजरीवाल की ईमानदारी, सभी बेईमान नेताओं पर भारी." जिस पर कांग्रेस ने आप और अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस नेता अलका लांबा ने अरविंद केजरीवाल को इंडिया गठबंधन छोड़ने की चुनौती दी. अलका लांबा ने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के सामने गठबंधन के लिए गिड़गिड़ाया था.
कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचायाकांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा, "अगर अरविंद केजरीवाल में हिम्मत है तो उन्हें घोषणा करनी चाहिए कि वह भारत गठबंधन छोड़ रहे हैं. कांग्रेस पार्टी 100 सांसदों के साथ मजबूती से खड़ी है और अरविंद केजरीवाल ही हैं जिन्होंने सभी 7 सीटें भाजपा को दे दीं. अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव के दौरान हमारे सामने गठबंधन के लिए भीख मांग रहे थे.कांग्रेस ने दिल्ली की 7 सीटों के लिए आपकी पार्टी के साथ गठबंधन करके सबसे बड़ी गलती की. इसकी वजह से कांग्रेस पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ा".
शीला दीक्षित और मनमोहन सिंह का अपमानअलका लांबा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस नेताओं का अपमान किया, लेकिन जब भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे, तो मनमोहन सिंह को सबसे ईमानदार प्रधानमंत्री बताया. दरअसल, कांग्रेस का कहना है कि शराब घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे केजरीवाल अपनी छवि सुधारने के लिए ऐसे पोस्टर जारी कर रहे हैं.
इंडिया गठबंधन में दरार की संभावनाइस पोस्टर विवाद के बाद कांग्रेस ने संकेत दिए कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन कांग्रेस के हित में नहीं है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आप की रणनीतियों से पार्टी को नुकसान हो रहा है. चुनाव परिणाम चाहे जो भी हो, लेकिन यह साफ है कि इंडिया गठबंधन के भीतर तनाव और अविश्वास बढ़ रहा है.