लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी शुरू हो चुकी है. बीजेपी की अगुआई वाला एनडीए गठबंधन एक बार फिर सत्ता में आने के लिए जोर लगा रहा है. देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इन चुनावों से पहले काफी कमजोर दिख रही है. ऐसे में बीजेपी के लिए तीसरी बार सरकार में आने की राह आसान हो सकती है. हालांकि, आम आदमी पार्टी नई विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है और बीजेपी को मुश्किल में डाल सकती है.


महज एक दशक पुरानी आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के बाद पंजाब में भी अपनी सरकार बना ली है. यह पार्टी लगातार लोगों के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर रही है और आने वाले समय में देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बन सकती है. अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाले इस दल ने अब तक दो लोकसभा चुनाव लड़े हैं और कुल पांच सीटें जीती हैं. 2014 में आप को चार और 2019 में एक सीट पर जीत मिली थी. हालांकि, पंजाब में भी सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी ने अपनी पकड़ मजबूत की है और बीजेपी के सामने चुनौती पेश कर सकती है.


एक दशक में कैसे तैयार हुई आम आदमी पार्टी
भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे ने आंदोलन किया और इसी आंदोलन से आम आदमी पार्टी का उदय हुआ. 2013 दिल्ली चुनाव में पार्टी को 28 सीटें मिलीं. कांग्रेस के साथ मिलकर आप सत्ता में आई, लेकिन जल्द ही केजरीवाल ने अपना वादा पूरा नहीं करने पर इस्तीफा दे दिया. 2015 में फिर चुनाव हुए और इस बार पार्टी को 67 सीटें मिली. सत्ता में आने के बाद इस पार्टी ने बाकी राज्यों में भी अपनी पकड़ बनानी शुरू की. 2020 में 62 सीट जीतकर दोबारा यह पार्टी सत्ता में आई. 


दिल्ली में सरकार बनाने के साथ ही आम आदमी पार्टी ने पंजाब में भी अपनी जड़े जमानी शुरू कर दीं. 2017 में 20 सीटें हासिल की और 2022 में 92 सीटें जीतकर सरकार बनाई. 2022 में यह पार्टी गोवा में भी दो सीट और गुजरात में पांच सीटें जीतने में सफल रही है.


गुजरात में लगा सकती है सेंध
गुजरात को भाजपा का गढ़ माना जाता है. पीएम मोदी भी इसी राज्य से आते हैं और लंबे समय तक यहां के मुख्यमंत्री रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने यहां 2022 में पांच सीटें जीती थीं. विधानसभा चुनावों में पार्टी का वोट शेयर भी 13 फीसदी के करीब था. अगर पंजाब और दिल्ली की कहानी देखें तो भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजती दिख रही है. दोनों राज्यों में आम आदमी पार्टी ने पहले कुछ सीटें जीतीं, लेकिन बाद में एक लहर सी आई और अपने दम पर आम आदमी पार्टी सरकार बनाने में सफल रही. ऐसे में अब आगामी चुनाव में आम आदमी पार्टी गुजरात और गोवा में भी सरकार बना सकती है.


लोकसभा चुनाव में कैसी होगी स्थिति
2024 लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी सीटों के लिहाज से भले ही ज्यादा चुनौती नहीं पेश कर पाए, लेकिन वोट शेयर के मामले में भाजपा का अर्धशतक लगाने का सपना तोड़ सकती है. हाल ही में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हुए चुनावों में भले ही आम आदमी पार्टी को एक फीसदी से भी कम वोट शेयर मिला हो, लेकिन पंजाब में 2023 उपचुनाव की एक सीट जीतकर पार्टी ने अपनी पकड़ के संकेत दिए थे. किसान आंदोलन का फायदा उठाते हुए आम आदमी पार्टी पंजाब के अलावा हरियाणा में भी कुछ सीटें जीत सकती है और बीजेपी के सामने चुनौती पेश कर सकती है.