नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 14 जनवरी यानी आज से उम्मीदवारों के पर्चा दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. दिल्ली में नॉमिनेशन के लिए चुनाव आयोग की तरफ से 36 इलेक्शन ऑफिस बनाए गए हैं. दिल्ली के 11 जिलों के चुनाव अधिकारी कैंडिडेट्स के नॉमिनेशन पेपर्स लेने का काम करेंगे. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन अप्लाई करने की आखिरी तारीख 21 जनवरी है. हालांकि 19 जनवरी को साप्ताहिक अवकाश के चलते नॉमिनेशन अप्लाई नहीं होंगे. 24 जनवरी को कैंडिडेट्स के पास अपना नॉमिनेशन वापस लेने का विकल्प रहेगा.
दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होना है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. बता दें कि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी तक है. बता दें कि 2015 में 924 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया था जिनमें से 231 कैंडिडेट्स के पेपर्स रिजेक्ट हो गए थे. 2015 के विधानसभा चुनाव में 673 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे जो कि दिल्ली में उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने का अब तक का सबसे कम नंबर है.
1993 में मैदान में थे सबसे ज्यादा उम्मीदवार
1993 में दिल्ली में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए थे. पहले चुनाव में 1,316 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया. अब तक किसी भी चुनाव में दिल्ली में 1993 से ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सा नहीं लिया है. 1998 में 815, 2003 में 817, 2008 में 875, 2013 में 880 उम्मीदवारों ने चुनावी मैदान में किस्मत आजमाई थी.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लड़ने के लिए उम्मीदवारों को 10 हजार रुपये की जमानत राशि देनी होगी. हालांकि दिल्ली में 12 रिजर्व सीट भी हैं और इन सीटों पर जमानत की राशि पांच हजार रुपये होगी. अगर उम्मीदवार कुल डाले गए वोटों का 1/6 हिस्सा नहीं हासिल कर पाते हैं तो उनकी जमानत राशि जब्त हो जाएगी. इसके अलावा नॉमिनेशन अप्लाई करने के बाद एक उम्मीदवार अपने चुनाव प्रचार में 28 लाख रुपये खर्च कर सकता है.