- हर जॉब के लिए एक ही रिज्यूम काम नहीं करता. जॉब डिस्क्रिप्शन के हिसाब से अपने रिज्यूम में चेंजेस करें और वे की-वर्ड्स यूज करें जो नौकरी में डिमांड किए जा रहे हों.
- रिज्यूम जितना छोटा और की-प्वॉइंट को समेटे होता है उतना बढ़िया रहता है. उसमें दुनियाभर की और गैरजरूरी जानकारी न डालें केवल उतना ही लिखें जो आपकी प्रतिभा का कम शब्दों में परिचय दे दे. इंटरव्युअर के पास सामान्यतः कहानी पढ़ने का टाइम नहीं होता.
- रिज्यूम बनाते समय इंटरनेट पर उपलब्ध कोई भी टेम्पलेट या सेट फॉरमेट न उठा लें न ही कहीं से एज इट इज कॉपी करें. अपनी आवश्यकता के अनुसार चुनाव करें और इसे जितना हो सके सिम्पल रखें.
- जिन फॉन्ट्स का आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उनको लेकर भी सजग रहें. अक्षर साफ, बड़े और आसानी से पढ़ने में आने चाहिए. बहुत ज्यादा व्हाइट स्पेस भी न छोड़ें और दो शब्दों या लाइनों के बीच में उचित गैप दें.
- रिज्यूम में किसी प्रकार की गलती चाहे वो प्रूफ की ही क्यों न हो कभी नहीं जानी चाहिए, इससे आपका पहला इंप्रेशन ही बिगड़ सकता है.
- सबहेडिंग्स और सेक्शंस का इस्तेमाल कर सकते हैं और कहीं कुछ खास हो तो उसे बोल्ड भी कर सकते हैं ताकि उसकी विजिबिलिटी पक्की हो जाए.
- पढ़ने में न आए या जिसे पढ़ने में कठिनाई हो ऐसा फॉन्ट यूज न करें. यकीन मानें ऐसे रिज्यूम बिना पढ़े ही डस्टबिन की शोभा बढ़ाते हैं.
- केवल जरूरी और रेलिवेंट इंफॉर्मेशन ही दें. जहां तक भाषा की बात है तो बहुत फ्लावरी लैंग्वेज न यूज करके सीधी सिम्पल भाषा में अपनी बात कहें. बातों को बढ़ा-चढ़ाकर न लिखें.
- रिज्यूम जितने कम पेज का हो, उतना अच्छा. सालों पुरानी बातें अचीवमेंट्स के रूप में उसमें न डालें, केवल जो वर्तमान में या कुछ साल पहले हुआ है उतना ही मेंशन करें. आपके पास्ट में किसी को रुचि नहीं होती है.
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