देश की बेटियां अब सिर्फ घर तक सीमित नहीं हैं, वे अब रणभूमि में भी झंडा गाड़ रही हैं. हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी काफी चर्चा में रहीं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह वीरता केवल उनकी अपनी नहीं, बल्कि उनकी पूरी पीढ़ियों की विरासत है.

सोफिया कुरैशी का सेना से नाता कोई नया नहीं है. उनके दादा भारतीय सेना में धार्मिक शिक्षक थे, जबकि पिता ताज मोहम्मद कुरैशी BSF में सूबेदार के पद पर तैनात रहे. इतना ही नहीं उनकी परदादी 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई की सेना का हिस्सा थीं. वीरता जैसे उनके खून में रची-बसी है.

यह भी पढ़ें- पाकिस्तान को चटाना चाहते हैं धूल तो सेना में भर्ती के लिए कर लें तैयारी, लाखों में मिलेगी सैलरी

बच्चे भी देश सेवा के लिए हो रहे तैयार

रिपोर्ट्स के अनुसार कर्नल सोफिया की शादी 2015 में कर्नल ताजुद्दीन बागेवाड़ी से हुई, जो कि मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री में अधिकारी हैं. दोनों भारतीय सेना में कंधे से कंधा मिलाकर देश सेवा में जुटे हैं. इस समय जहां सोफिया जम्मू में तैनात हैं. उनका 18 वर्षीय बेटा समीर एयरफोर्स में जाने की तैयारी कर रहा है और बेटी हनीमा भी फौज में जाने का सपना देख रही है.

यह भी पढ़ें- S-400 तो सुना ही होगा, अब जानिए उसे बनाने वाली दमदार कंपनी 'अल्माज-आंतेय' की कहानी!

कहां से की पढ़ाई

सोफिया की ससुराल कर्नाटक के बेलगाम जिले के गोकक तालुका के कोन्नूर गांव से है, लेकिन उनका परिवार फिलहाल गुजरात के वडोदरा में रहता है. उन्होंने 1997 में वडोदरा की महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी से बायोकैमिस्ट्री में मास्टर्स किया और 1999 में पीएचडी छोड़ सेना जॉइन कर ली. सोफिया 18 देशों की सैन्य अभ्यास ‘फोर्स-18’ में वे अकेली महिला कमांडर थीं, जो यह बताता है कि वे किसी भी चुनौती से पीछे हटने वाली नहीं हैं.

यह भी पढ़ें- एयरफोर्स में कैसे बनते हैं एयर मार्शल? जानें फ्लाइंग ऑफिसर से लेकर एयर चीफ मार्शल तक की सैलरी


Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI