पाकिस्तानी स्कूल बुक्स में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर गलत जानकारी देने का मामला सामने आया है. 7 मई, 2025 को भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान पर चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान ने अपने स्कूल करिकुलम में तथ्यपूर्ण जानकारी के बजाय झूठी बातें शामिल कर दी हैं. सोशल मीडिया पर इन किताबों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें बताया गया है कि पाकिस्तान ने भारत को केवल चार दिनों में हरा दिया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक किताबों में यह भी लिखा गया है कि भारत ने पहलगाम हमले का आरोप जबरन पाकिस्तान पर लगाया और इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत को घुटनों पर ला दिया. वहीं, वास्तविकता इससे बिलकुल अलग है. भारतीय सेना और स्वतंत्र रिपोर्टों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर एक नियंत्रित और रणनीतिक अभियान था, जिसमें भारत ने आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाया, न कि नागरिक इलाकों को.
ये है टाइटल
किताबों में पाकिस्तान-इंडिया वॉर ऑफ 2025 टाइटल से एक अलग कहानी पेश की गई है. इसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तान की सेना ने केवल भारतीय सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की. जबकि सत्य यह है कि पाकिस्तानी सेना ने अमृतसर, जम्मू, श्रीनगर और अन्य कई स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए थे, जिनमें नागरिक इलाके भी शामिल थे.
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इसके जवाब में भारतीय सेना ने सटीक और नियंत्रित कार्रवाई की. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लाहौर में पाकिस्तान की HQ-9 एयर डिफेंस प्रणाली को निशाना बनाया गया, साथ ही सियालकोट और इस्लामाबाद में सैन्य ठिकानों पर हमला किया गया. इन कार्रवाइयों का उद्देश्य पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क को कमजोर करना था, न कि आम जनता को नुकसान पहुंचाना.
डोनाल्ड ट्रंप का रोल
किताबों में यह भी दावा किया गया कि भारत ने भारी नुकसान झेला और अंततः पाकिस्तान ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में शांति स्थापित कराई. जबकि वास्तविकता यह है कि भारत ने ऑपरेशन के दौरा लक्षित हमले किए और किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचे, इसे प्रमाणित करने के लिए भारतीय सेना ने 12 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सैटेलाइट तस्वीरें और वीडियो सार्वजनिक किए थे.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना की कार्रवाई पूरी तरह से रणनीतिक थी. इसका उद्देश्य पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना और भारत की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. इसके अलावा ऑपरेशन के बाद भारतीय सेना ने पत्रकारों और मीडिया के माध्यम से पूरी दुनिया को ऑपरेशन की सच्चाई दिखाई.
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