विदेश सचिव का नाम सुनते ही एक गंभीर, जिम्मेदार और देश की कूटनीति को संभालने वाला चेहरा सामने आता है. हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी बड़ी सैन्य कार्रवाई की जानकारी देश और दुनिया को देने वाले विदेश सचिव विक्रम मिसरी एक बार फिर चर्चा में हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के इतने बड़े पद पर बैठे अधिकारी की सैलरी कितनी होती है? आइए जानते हैं...

कितना मिलता है सैलरी?

वर्तमान में विदेश सचिव का पद 7वें सैलरी आयोग के तहत आता है. इस आयोग के अनुसार विदेश सचिव को हर महीने 2,25,000 रुपये का फिक्स्ड बेसिक सैलरी मिलता है. यह सैलरी पे लेवल-17 में आता है, जो भारत सरकार के सबसे ऊंचे सैलरी स्तरों में से एक है.  विदेश सचिव को इसके अलावा कई तरह के सरकारी भत्ते और सुविधाएं भी मिलती हैं.

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कितना महत्वपूर्ण है विदेश सचिव का पद?

विदेश सचिव भारत सरकार के विदेश मंत्रालय का सबसे उच्च अधिकारी होता है. यह पद न केवल देश की विदेश नीति को आकार देता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व भी करता है. विदेश सचिव ही वो अधिकारी होता है जो दुनिया के देशों से भारत के रिश्तों को संभालता है और आपातकालीन परिस्थितियों में रणनीतिक सलाह भी देता है.

विक्रम मिसरी फिलहाल इस पद पर तैनात हैं, इससे पहले भारत के चीन में राजदूत और प्रधानमंत्री के निजी सचिव जैसे अहम पदों पर रह चुके हैं. उनके पास कूटनीति और रणनीति का लंबा अनुभव है, जो उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाता है. विदेश सचिव आमतौर पर भारतीय विदेश सेवा (IFS) के वरिष्ठ अधिकारियों में से चुना जाता है. यह पद अनुभव, योग्यता और प्रतिष्ठा से तय होता है.

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