नई दिल्ली: दिल्ली के प्लस 2 सरकारी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की भारी कमी है. इस कारण ऐसे छात्र जो उर्दू विषय की पढ़ाई करना चाहते हैं, उन्हें इन स्कूलों में काफी दिक्कत होती है. अब छात्रों की इस समस्या का संज्ञान दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने लिया है. आयोग ने दिल्ली सरकार के डायरेक्ट्रेट ऑफ एजुकेशन (डीओई) को सरकारी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की कमी के बारे में लिखा है. कमीशन ने दिल्ली के ऐसे छह स्कूलों के बारे में लिखा है जहां उर्दू को पढ़ाया जाना है.
इन स्कूलों में गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दयालपुर, सर्वोदय कन्या विद्यालय, लक्ष्मी नगर और कक्षा नौवीं में बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, यमुना विहार प्रमुख हैं. अल्पसंख्यक आयोग ने डीओई को उर्दू शिक्षकों की कमी के बारे में पत्र छात्रों से शिकायत मिलने के बाद लिखा है.
बता दें कि दिल्ली के 1100 स्कूलों में से 282 में उर्दू की पढ़ाई होती है. लेकिन इन स्कूलों में 1024 पदों की जगह सिर्फ 81 शिक्षक हैं. हाल ही में डीएसएसएस के द्वारा शिक्षक भर्ती का एक एग्जाम आयोजित किया गया, लेकिन इसके तहत सिर्फ 34 पदों को ग्रेजुएशन स्तर पर भरा जा सका.
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