नई दिल्ली: सीबीएसई 12वीं एग्जाम में नोएडा की दो लड़कियों ने सीमित सुविधाओं में भी बेहतर प्रदर्शन कर के बड़ी मिसाल पेश की है. नोएडा की निधि उपाध्याय और श्रृष्टि सिंह ने 96 प्रतिशत से ऊपर अंक ला कर अपने परिवार और अपने स्कूल का नाम रौशन किया है. आर्ट स्टीम से पढ़ाई करने वाली निधि उपाध्याय ने बोर्ड एग्जाम में 96.2 प्रतिशत अंक हासिल किया. निधि के पिता राम प्रकाश नोएडा में ऑटोरिक्शा चलाते हैं.
निधि ने कहा, "पिछले दो साल से मै कॉलेज हॉस्टल में रह रही थी. मेरे टीचर्स ने मेरा बहुत सहयोग किया. मेरे माता-पिता ने कहा था कि मै सिर्फ अपने पढ़ाई पर ध्यान दूं और पैसे या खर्च की चिंता ना करूं. मै भविष्य में आईएएस अफसर बनकर अपने परिवार वालों का नाम रौशन करना चाहती हूं." निधि के पिता घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए दिन और रात दोनों टाइम रिक्शा चलाते हैं. वो चाहते हैं कि उनकी बेटी पैसे को लेकर परेशान ना हो और अपने पढ़ाई पर ध्यान दे.
राम प्रकाश ने बताया कि वो वैशाली में पिछले 15 सालों से रह रहे हैं और उन्होंने अपनी बेटी को अच्छी शिक्षा दिलाने में हरसंभव कोशिश की है. उन्होंने कहा, "वो बेहद टैलेंटेड है और मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन वो जरूर आईएएस अफसर बनेगी."
नोएडा में ही पढ़ने वाली श्रृष्टि सिंह की भी कहानी कुछ ऐसी ही है. श्रृष्टि ने 12वीं बोर्ड एग्जाम में 96.8 प्रतिशत अंक हासिल किया है. श्रृष्टि साइंस स्ट्रीम से थीं और महामाया बालिका इंटर कॉलेज में पढ़ती थीं. निधि उपाध्याय भी इसी स्कूल से हैं. श्रृष्टि के पिता सुनील सिंह कपड़ों की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं. महामाया इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल ने बताया कि श्रृष्टि की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी. वो 12वीं की फीस भी नहीं जमा कर पाई थी. इन सब परेशानियों के बावजूद उसके हौसले बुलंद रहे और बेहतरीन अंक लाई. श्रृष्टि ने बताया कि वो एक डॉक्टर बनना चाहती हैं.
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