नई दिल्ली: सीबीएसई बारहवीं के नतीजे कल या परसों घोषित किए जा सकते हैं. इस बार सीबीएसई बोर्ड से बारहवीं की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए राहत की खबर है. मार्क्स देने की मॉडरेशन पॉलिसी इस साल जारी रहेगी. सीबीएसई हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती नहीं देगा. कठिन सवालों और सेट में सीबीएसई साल 2008 से छात्रों को मॉडरेशन पालिसी के तहत नंबर देता आया है. बोर्ड इसको बंद करना चाहता था लेकिन हाईकोर्ट ने इसे इस साल तक जारी रखने का फैसला दिया था.


क्या है मॉडरेशन पॉलिसी और कैसे मिलता है स्टूडेंट्स को इससे फायदा?



बच्चों का भविष्य सीबीएसई और कोर्ट के पैसले के बीच फंस गया है. सीबीएसई मॉडरेशन पालिसी को बंद करना चाहती है और हाई कोर्ट ने फिलहाल इस सत्र में इसे जारी रखने को कहा है. इस वजह से सीबीएसई के नतीजे अभी तक जारी नहीं हो पाए हैं. मॉडरेशन पॉलिसी के सीबीएसई के फैसले को कोर्ट में चुनौती देने वाले वकील आशीष वर्मा कहते हैं पॉलिसी लागू तो सभी बोर्ड में एक साथ होनी चाहिए.



क्या है मॉडरेशन पॉलिसी ?


 कठिन सवालों और सेट में सीबीएसई 2008 से छात्रों को मॉडरेशन पालिसी के तहत नंबर देता आया है. अब बोर्ड इसे बंद करना चाहता है. हाई कोर्ट ने मॉडरेशन पॉलिसी को इस साल जारी रखने का फैसला दिया तो मानव संसाधन मंत्रालय और सीबीएसई बोर्ड इस पर कानूनी राय ले रहे हैं. लेकिन इस कानूनी जंग के चलते रिजल्ट में हो रही देरी से छात्र परेशान हैं.


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