How to become a meteorologist: आपने देखा होगा कि अक्सर टीवी या दूसरे मीडिया सोर्सेस पर बारिश से लेकर तूफान और गर्मी तक के बारे में प्रिडक्शन दिखाया जाता है. वेदर के ताजा हाल और भविष्यवाणी मौसम विज्ञानियों द्वारा की जाती है. इन्हीं के आधार पर लोग तैयार हो जाते हैं कि आने वाले दिनों में मौसम कैसा रहने वाला है या आज ज्यादा गर्मी होगी या बारिश. अगर आप भी इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो मेटिरियोलॉजिस्ट के तौर पर ये फील्ड ज्वॉइन कर सकते हैं. ये काम हमेशा डिमांड में रहता है इसलिए मेट्रोलॉजिस्ट भी हमेशा मांग में रहते हैं.

कैसे बनाएं करियर

मेट्रीलॉजी की फील्ड में करियर बनाने के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट इससे संबंधित कोर्स करे. इस फील्ड में आने के लिए बैचलर और मास्टर कोर्स किए जा सकते हैं. साइंस स्ट्रीम के छात्र ही आवेदन के पात्र होते हैं. कोर्स फुल टाइम और पार्ट टाइम दो तरह के होते हैं और ज्यादातर कोर्सेस में प्रवेश एग्जाम के बेसिस पर होता है.

कर सकते हैं ये कोर्स

इस फील्ड को ज्वॉइन करने के लिए आप ये कोर्स कर सकते हैं. डिप्लोमा इन मेट्रोलॉजी, बीएससी इन मेट्रोलॉजी, बीटेक इन मेट्रोलॉजी, एमएससी इन मेट्रोलॉजी, एमटेक इन मेट्रोलॉजी और पीएचडी इन मेट्रोलॉजी.

कोर्स पूरा होने के बाद आप इंडस्ट्रियल, फिजिकल, रिसर्च आदि फील्ड ज्वॉइन कर सकते हैं. चाहें तो इस फील्ड को प्रोफेसर या लेक्चरर के तौर पर भी ज्वॉइन कर सकते हैं. बीएससी में एडमिशन आईआईटी जेईई के स्कोर के आधार पर होता है. 12वीं और 10वीं के बाद कुछ संस्थान डिप्लोमा भी कराते हैं. इसी फील्ड से बैचलर्स करने के बाद मास्टर्स प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं.

ये हैं टॉप यूनिवर्सिटी

आप अपनी च्वॉइस के हिसाब से इंडिया की इन यूनिवर्सिटीज से कोर्स कर सकते हैं. चाहें तो विदेश में भी एडमिशन ले सकते हैं. इनके नाम हैं - इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर, बीयू भोपाल, एस.आर.एम यूनिवर्सिटी, अमरावती, संत जेवियर्स कॉलेज, मुंबई, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई. सेलेक्शन जेईई मेन, एडवांस्ड, गेट या दूसरी राज्य स्तर की इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाएं पास करने के बाद होता है.

कहां करते हैं काम

ये बहुत सी जगहों पर काम कर सकते हैं जैसे मेट्रोलॉजिकल रिसर्च सेंटर, एग्रीकल्चर प्लानिंग डिवीजन, वेदर कंसल्टिंग डिवीजन, नेवी, इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट, स्पेश एप्लीकेशन सेंटर, डिफेंस रिसर्च एंड डेवलेपमेंट ऑर्गेनाइजेशन, इसरो, डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी.

सेलेक्ट होने पर सैलरी संस्थान और पद पर के मुताबिक है. मोटे तौर पर शुरुआती दौर में महीने के 40 से 50 हजार रुपये तक आराम से कमाए जा सकते हैं जो प्रमोशन होने के बाद महीने के 80 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक पहुंच सकता है. 

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