Mokama Murder: बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जनसुराज पार्टी के समर्थक और बाहुबली रहे दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इसके बाद से पूरे मोकामा में सियासी हलचल मच गई है. जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर ने भी उनकी मौत पर शोक प्रकट किया है. हत्या का आरोप बाहुबली नेता अनंत सिंह पर है. फिलहाल के लिए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, लेकिन दुलारचंद यादव के पोते उनकी मौत पर कहते हैं कि हम लोग पढ़े लिखे हैं कोई एक 47 वाले नहीं है.
ऐसे में क्या आप जानते हैं कि बम बारूद और गोली की भाषा बोलने वाले मोकामा में लिटरेसी रेट कितना है और यहां के लोग कितने पढ़े लिखे हैं. आइए हम आपको बताते हैं इस बारे में.
क्या आप मोकामा के बारे में जानते हैं ?
मोकामा की बात करें तो यह बिहार की राजधानी पटना में स्थित एक नगर परिषद है, जिसे 28 वार्ड्स में बांटा गया है. यहां की कुल जनसंख्या करीब 2 लाख है, जिसमें इसमें करीब 1 लाख पुरुष और 94 हजार के करीब महिला आबादी है. 2011 की जनगणना के अनुसार, यहां की 32.4 फीसदी जनसंख्या शहरों में रहती है जबकि 67.6 परसेंट आबादी आज भी गांव में अपना गुजर बसर करती है.
कितना है यहां का लिटरेसी रेट ?
2025 की लिटरेसी रिपोर्ट के अनुसार, भारत के अन्य राज्यों की तुलना में बिहार की साक्षरता दर अभी भी काफी कम है. ऐसे में बात अगर मोकामा की करें तो 2011 के जनगणना के अनुसार, इस ब्लॉक का एवरेज लिटरेसी रेट 65.18 परसेंट है. वहीं मोकामा नगर परिषद का कुल लिटरेसी रेट 72.79 फीसदी है. इसमें से 80.39 फीसदी पुरुष पढ़े-लिखे हैं, जबकि महिलाओं में यह दर 64.17 फीसदी है, जो कि पुरुषों के मुकाबले काफी कम है. यहां हिन्दू, मुसलमान, सिख , क्रिश्चियन समेत कई धर्मों के लोग रहते है. इनमें 94 प्रतिशत के साथ सबसे ज्यादा आबादी हैं हिंदुओं की है. वहीं, मुस्लिम आबादी मात्र 5.11 फीसदी है.
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