CBSE द्वारा कक्षा 10 और 12 में दो टर्म की शुरुआत के साथ, शिक्षा निदेशालय ने एकेडमिक ईयर 2021-22 के लिए दिल्ली के सभी पब्लिक, प्राइवेट और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 9 और 11 के लिए भी एक जैसे असेसमेंट सिस्टम को शुरू किया है. जिसके बाद एकेडमिक सेशन टू-टर्म एग्जामिनेशन के होंगे, यानी मिड टर्म परीक्षा (टर्म -1) और ईयरली एग्जाम (टर्म -2) प्रत्येक में लगभग 50 प्रतिशत कोर्स होगा.
प्रत्येक टर्म का 50 प्रतिशत वेटेज होगा
शिक्षा निदेशालय (DoE) के एक आदेश में कहा गया है कि स्कूलों के साथ शेयर किए गए टर्म और सब्जेक्ट वाइज मार्क्स के अनुसार, फाइनल रिजल्ट की कैलकुलेशन के लिए प्रत्येक टर्म का 50 प्रतिशत वेटेज होगा.आदेश में कहा गया है कि अक्टूबर या नवंबर में आयोजित होने वाली 90 मिनट की टर्म -1 या मिड टर्म परीक्षा के प्रश्न पत्रों में मल्टीपलच्वाइस के प्रश्न होंगे. वहीं टर्म -2 की अवधि दो घंटे की होगी, और यह शार्ट या लॉन्ग- आंसर क्वेश्चन के साथ डिस्क्रिप्टिव होगी.
CBSE ने जुलाई में स्पेशल असेसमेंट स्कीम की घोषणा की थी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने जुलाई में एकेडमिक ईयर को दो चरणों में विभाजित करते हुए कोविड -19 महामारी के मद्देनजर अगले वर्ष के लिए कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक विशेष मूल्यांकन योजना की घोषणा की थी.बोर्ड ने 2021-22 एकेडमिक ईयर के लिए सिलेबस को युक्तिसंगत बनाने और इंटरनल असेसमेंट और प्रोजेक्ट के काम को ज्यादा "क्रेडिबल" और "वैलिड" बनाने की योजना की भी घोषणा की थी. सीबीएसई ने ये भी कहा था कि टर्म वन की परीक्षा नवंबर-दिसंबर, 2021 में और दूसरी टर्म की परीक्षा मार्च-अप्रैल, 2022 में होगी.
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