MBA and PGDM admission 2020: इस साल एमबीए और पीजीडीएम पाठ्यक्रमों में एडमिशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर नहीं बल्कि स्नातक परीक्षा के मार्क्स के आधार पर होगा. इसके लिए ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) ने अनुमति प्रदान की है. कोरोना (COVID-19) संकट को देखते हुए AICTE ने यह फैसला लिया है. इस फैसले के बाद स्नातक परीक्षा में सफल स्टूडेंट्स बिना किसी टेस्ट के  MBA और PGDM में दाखिला ले सकेंगें.


एआईसीटीई के सदस्य सचिव राजीव कुमार ने बताया कि यह अनुमति केवल शैक्षिक सत्र - 2020-21 के लिए ही रहेगी. यह नियम इसके आगे लागू नहीं रहेगा.


विदित है कि एमबीए और पीजीडीएम कोर्सेस में एडमिशन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर कई प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती थी. ये प्रवेश परीक्षाएं विभिन्न राज्य अपने –अपने लेवल पर लेती थी. इनमें CAT, XAT, CMAT, ATMA, MAT, GMAT और कॉमन एंट्रेस टेस्ट जैसी परीक्षाएं शामिल हैं. परन्तु इस साल कोरोना महामारी के चलते MBA  और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (PGDM) पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम नहीं करवाए जा रहें हैं.




ऐसे में AICTE नियंत्रक संस्था होने के साथ –साथ यह संस्थाओं को सुविधा देने की भूमिका भी निभा रही है. MBA और PGDM कोर्सों में स्नातक परीक्षा के मार्क्स के आधार पर एडमिशन होने से न केवल संस्थाओं को फायदा मिल रहा है बल्कि स्टूडेंट्स भी इससे लाभान्वित हो रहें हैं.


राजीव कुमार ने आगे कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए MBA और PGDM कोर्स कराने वाले संस्थानों को ग्रेजुएशन के मार्क्स के आधार पर छात्रों को एडमिशन देने की अनुमति होगी. संस्थान स्टूडेंट्स की एक मेरिट लिस्ट तैयार करें और मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन लें. इससे एडमिशन में  एक पारदर्शी व्यवस्था बनी रहेगी. हालाँकि उन स्टूडेंट्स को एडमिशन में प्राथमिकता दी जायेगी जिन्होंने कोई प्रवेश परीक्षा पास की है.




Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI