बिहार में सीट बंटवारे को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. बीजेपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सम्राट चौधरी रविवार को जीतन राम मांझी के आवास पर पहुंचे हैं. सम्राट चौधरी और धर्मेंद्र प्रधान के साथ बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि तीनों नेता सीट बंटवारे को लेकर मांझी को मनाने पहुंचे थे. हालांकि, मांझी से बात बनी या नहीं ये अभी साफ नहीं हुआ है.
बता दें कि जीतन राम मांझी एनडीए से 15 से 20 सीटें मांग रहे हैं, जबकि एनडीए मांझी की पार्टी को 7 से 10 सीटें ही दे रहा है. चूंकि 2020 में मांझी की पार्टी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इसलिए इस बार भी एनडीए में मांझी की पार्टी को 7 या 10 सीटें देने की बात हुई है, लेकिन मांझी इतनी सीटों पर तैयार नहीं हैं. जीतन राम मांझी से मुलाकात के बाद तीनों नेताओं ने मीडिया से बात नहीं की.
क्या मांझी की नाराजगी है बरकरार?
वहीं मुलाकात के बाद सीट बंटवारे को लेकर जीतन राम मांझी से जब पूछा गया कि क्या बात हुई, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. माना जा रहा है कि मांझी की नाराजगी अभी भी बरकरार है. बीजेपी नेताओं ने भी इस पर कोई साफ जवाब नहीं दिया.
बता दें कि बीजेपी की राज्य चुनाव समिति की दो दिवसीय बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की है, उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का प्रभारी नियुक्त किया गया है. बैठक में उम्मीदवारों और टिकटों पर चर्चा हो रही है. साथ ही इसी दौरान घटक दलों को भी मनाने की कोशिश जारी है, ताकि सभी सहयोगियों के बीच सीटों का तालमेल बन सके, सभी लोग संतुष्ट रहें, लेकिन तमाम सहयोगी कम सीटों पर मानने के लिए तैयार नहीं हैं.
जल्द ही चुवाव की तारीखों का ऐलान
उधर चुनाव आयोग की टीम भी बिहार में चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने में जुटी है, संभव है इसके बाद जल्द ही चुवाव की तारीखों का ऐलान किया जाए. महागठबंधन में सीटों पर बात बन गई है, ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही एनडीए भी अपने सहयोगियों को सीटों की मांग पर संतुष्ट कर देगा.