Nagpur Crime News: नागपुर शहर की वेना नदी में गुरुवार को एक युवक और युवती के शव मिलने से हड़कंप मच गया था. पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था और उनकी शिनाख्त की कोशिश में लगी हुई थी. वहीं दोनों शवों की पहचान कर ली गई है और उनकी हत्या का खुलासा भी हो गया है.
हाथों पर बने टैटू से हुई थी मृतकों की पहचान
पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान उत्तम बोडखे (31) और उसकी लिव-इन पार्टनर सविता परमार (38) के रूप में हुई है. दोनों की हत्या युवक के दो भाईयों, उनके चचरे भाई और एक दोस्त ने मिलकर की थी. दरअसल उत्तम बोखड़े सविता परमार के साथ लिव-इन में रह रहा था इस वजह से उसके परिवार का वर्धा जिले के गांव बिहाड़ी से सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया था. इसी से गुस्साए उत्तम के भाइयों और चचेरे भाइयों ने दोनों की हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक उत्तम और सविता के हाथों पर बने टैटू से उनकी पहचान हुई और ऑनर किलिंग का खुलासा हुआ.
उत्तम के अवैध संबंधों के कारण भाइयों की नही हो रही थी शादी
पुलिस ने बताया किसविता के साथ उत्तम के अवैध संबंधों के कारण उसके भाइयों को कथित तौर पर शादी के प्रस्ताव भी नहीं मिल रहे थे. वहीं भाइयों के बीच संपत्ति बंटवारे को लेकर भी विवाद चल रहा था. नागपुर ग्रामीण के एसपी विजय मगर ने बताया कि चारों आरोपियों को बुटीबोरी पुलिस और एलसीबी के संयुक्त प्रयासों से गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच के लिए पांच स्कवॉड बनाए गए थे.
दो बच्चों की मां सविता के लिए उत्तम ने पत्नी को छोड़ दिया था
पुलिस ने दोनों हत्याओं का खुलासा करते हुए बताया कि, उत्तम और सविता इस्सानी में किराए के कमरे में रह रहे थे. वे पिछले साढ़े तीन साल से लिव-इन में रह रहे थे. दो बच्चों की मां सविता उत्तम के खेत में मजदूरी का काम करती थी. इसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई थी. सविता के लिए उत्तम ने अपनी पत्नी को भी छोड़ दिया था. लगभग तीन साल पहले सविता के साथ भाग गया था.
मतभेद सुलाझाने के लिए भाइयों ने उत्तम को गांव बुलाया था
पुलिस ने बताया कि उत्तम के भाई राहुल और खुशाल ने मतभेद सुलझाने के लिए उसे गांव बुलाया था. हालांकि, विवाद हल नहीं हुआ था, और उत्तम और सविता वर्धा से शहर लौट रहे थे. इसी दौरान उन्हें राहुल, खुशाल और दो अन्य लोगों ने बाजारगांव के पास रोका. एसपी मगर ने कहा कि दंपति को चलते वाहन के अंदर हत्या की गई थी. जिसके बाद उनके शवों को वेना नदी में फेंक दिया गया. पुलिस ने यह भी कहा कि शव रस्सियों से बंधे थे. शवों पूरी तरह डूब जाएं इसके लिए उन पर पत्थर भी बांधे गए थे.
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