Kubereshwar Dham: कथा वाचक प्रदीप मिश्रा का एक वीडियो वायरल है. वीडियो में कथा वाचक श्रद्धालुओं को पूजा करने के सही तरीके को बता रहे है. पंडित प्रदीप मिश्रा बताते है कि दीपों को जलाने का भी एक नियम होता है. उन्होने बताया कि देवों की पूजा में दीप में लगने वाली गोल दीप बत्ती लगायी जाती है. वहीं, देवियों और पितृों की पूजा के समय लम्बी बत्ती का इस्तेमाल होता है. देवी की पूजा करते समय अगर गोल बत्ती लगाई जाएगी तो घर में पैसा नहीं टिकेगा. वैसे ही पितृों में लम्बी बत्ती इस्तेमाल नहीं करने से जिस काम के लिए पूजा की जा रही है वो सफल नहीं होगा. 

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भगवन को सबसे प्रिय चंदन 

कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि एक ऐसा चंदन है जिसे अगर श्री हरि को लगाए जाए तो जीते जी भगवान शंकर आपको गले लगा लेंगे. वो चंदन है हरि चंदन. ये चंदन भगवन को सबसे प्रिय है. ये चंदन बाजार में नहीं मिलता है. इसको खुद से घर पर ही बनाना होता है. इसको बनाने के लिए सूखे हुए तुलसी के पेड़ की जड़ लगती है. पेड़ की जड़ को धोकर पत्थर पर घिसा जाता है. इसमें फिर रोली और कुमकुम के साथ तैयार किया जाता है. पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि जो व्यक्ति ये चंदन भगवान विष्णु के मस्तक पर और उसकी एक बिंदी अपने हर पर लगाते है, उन्हें भगवान जीते जी गले लगा लेते है.

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रुद्र चंदन का लाभ

अगर किसी को आर्थिक तंगी को लेकर चिंता बनी हुई है तो उसको रुद्र चंदन लगाना चाहिए. रुद्र चंदन का उल्लेख शिव महापुराण में मिलता है. इसको बनाने के लिए पीले चंदन घिसकर तीन मुखी रुद्राक्ष में लपेटा जाता है. चंदन को शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर ले जाकर रख दिया जाए और उस पर धीरे शीरे जल अभिषेक किया जाए तो व्यक्ति का जो काम नहीं हो रहा होगा वो भी पूरा हो जाएगा. प्रदीप मिश्रा ने कहा भक्तों को भगवान शंकर पर भरोसा रखना चाहिए.

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