Hyderabad News: ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बेरोजगार युवाओं को स्किल डेवलेपमेंट और स्किल अपग्रेडेशन ट्रेनिग देने के लिए एक नई पहल की घोषणा की है. यह जॉब क्रिएशन प्रोग्राम एक गैर सरकारी संगठन लाइटहाउस कम्यूनिटीज फाउंडेशन (LCF) के सहयोग से शुरू किया जाएगा. ये एनजीओ महिलाओं और झुग्गी बस्तियों में रहने वालों पर ध्यान केंद्रित करता है. प्रशिक्षण सेरिलिंगमपल्ली में शुरू होगा और परिणाम देखने के बाद, 1400 से अधिक मलिन बस्तियों में इसे शुरू किया जाएगा.
हर साल 600 लाभार्थियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
जीएचएमसी (GHMC) के अनुसार प्रोजेक्ट के तहत हर साल लगभग 600 लाभार्थियों को ट्रेनिंग दी जाएगी इसमें कई प्रतिष्ठित कंपनियों ने भी एलसीएफ के साथ भागीदारी की है. अकाउंट एग्जीक्यूटिव, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एंड टेस्टिंग, वेब डेवलपमेंट, नर्सिंग असिस्टेंट, इलेक्ट्रीशियन, ब्यूटी एंड वेलनेस ऐसे कोर्स हैं जिनमें चिन्हित किए गए युवाओं और महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी.
इन कोर्सेज की मिलेगी ट्रेनिंग
इस प्रोजेक्ट के तहत जावा, डेटा एंट्री, नॉन-वॉयस बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO), वेब डिजाइन, कंप्यूटर हार्डवेयर आदि सहित आईटी और आईटीईएस प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा. कोर्स तीन से छह महीने तक चलेगा, और ट्रेनिंग ऑनलाइन और इन-पर्सन का कॉम्बिनेशन होगा, जिसमें एलसीएफ सर्टिफिशन जारी करेगा.
युवाओं को एलसीएफ कंपनियों में दिलाएगा प्लेसमेंट
गौरतलब है कि 18 से 35 वर्ष की आयु के स्लम निवासियों को स्किल डेवलेपमेंट ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए नागरिक निकाय एलसीएफ के साथ एक समझौता करेगा, और एलसीएफ उन्हें उनकी शैक्षिक योग्यता और कौशल के आधार पर विभिन्न कंपनियों में नौकरियों पर रखेगा.
एक अधिकारी के मुताबिक,“जीएचएमसी के अधिकार क्षेत्र में 4,846 कॉलोनियां और 1,466 अधिसूचित और गैर-अधिसूचित मलिन बस्तियां हैं. झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के जीवन स्तर में सुधार के लिए यह रोजगार सृजन कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है.”
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