Zomato New Name: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने अपना नाम बदलकर इटरनल कर दिया है. कंपनी की बोर्ड ने इसकी मंजूरी दे दी है. कंपनी ने 6 फरवरी को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी. 

जोमैटो के ग्रुप सीईओ और को-फाउंडर दीपिंदर गोयल ने BSE को लिखे एक पत्र में जानकारी दी, ''जब हमने 'ब्लिंकिट' को खरीदा था, तभी से हमने कंपनी और ब्रांड/ऐप के बीच अंतर करने के लिए इंटरनली 'इटरनल' (जोमैटो के बजाय) का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था. हमने यह भी सोचा था कि आने वाले समय में जिस दिन जोमैटो से आगे बढ़कर अब किसी और प्लेटफॉर्म पर अपनी धाक जमा लेंगे, उस दिन हम सार्वजनिक रूप से इस नाम का ऐलान कर देंगे. आज 'ब्लिंकिट' के साथ मुझे लगता है हमने वह जगह हासिल कर ली है. अब हम कंपनी का नाम 'जोमैटो लिमिटेड' से बदलकर 'इटरनल लिमिटेड' रखना चाहेंगे.'' 

ऐप का नहीं बदला जाएगा नाम

बता दें कि जोमैटो ऐप का नाम नहीं बदला जाएगा, बल्कि स्टॉक टिकर को जोमैटो से बदलकर इटरनल कर दिया जाएगा. इटरनल में चार प्रमुख बिजनेस जोमैटो, ब्लिंकिट, डिस्ट्रिक्ट और हाइपरप्योर शामिल होंगे. बीएसई को भेजे पत्र में दीपिंदर ने आगे लिखा, इटरनल एक शक्तिशाली नाम है. सच कहूं, तो यह मुझे भी अंदर से डरा देता है. इस पर खरा उतरना मुश्किल है क्योंकि ‘Eternal’ अपने में वादा और विरोधाभास दोनों को समेटे हुए हैं. यह सिर्फ नाम बदलना ही नहीं है, यह एक मिशन स्टेटमेंट है. यह हमें हमारी पहचान की याद दिलाता रहेगा कि हम टिके रहेंगे, इसलिए नहीं कि हम यहां है बल्कि इसलिए कि वहां हमें पहुंचने की जरूरत है. 

कंपनी के शेयर का प्रदर्शन

आज गुरुवार को कंपनी का शेयर 0.53 परसेंट की गिरावट के साथ 229.90 रुपये पर बंद हुआ. पिछले एक साल में कंपनी के शेयर में 64.27 परसेंट की बढ़त देखने को मिली है. वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में जोमैटो के कंसोलिडेटेड प्रॉफिट टैक्स  (PAT) के बाद 57 परसेंट की गिरावट के साथ 59 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले साल समान तिमाही में यह 138 करोड़ रुपये था. हालांकि, इसी दौरान कंपनी का रेवेन्यू साल-दर-साल 64 परसेंट की बढ़त के साथ 5,404 करोड़ रुपये हो गया. 
 
 

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