महीने भर पहले लगे झटके के बाद भारतीय पासपोर्ट की ताकत में फिर इजाफा हुआ है. दुनिया भर के तमाम देशों के पासपोर्ट की ताकत बताने वाले हेनली पासपोर्ट इंडेक्स पर भारत की रैंकिंग में सुधार देखने को मिला है. अब इस इंडेक्स पर भारतीय पासपोर्ट को 82वें स्थान पर रखा गया है.


भारतीय पासपोर्ट को 3 स्थान का फायदा


हेनली पासपोर्ट इंडेक्स को मासिक आधार पर अपडेट किया जाता है. इससे पहले फरवरी 2024 में भारतीय पासपोर्ट को झटका लगा था, जब उसकी रैंकिंग गिरकर 85वें स्थान पर आ गई थी. मार्च महीने के लिए जारी किए गए इंडेक्स के ताजे संस्करण में भारत को 3 पायदान का फायदा हुआ है. अब भारतीय पासपोर्ट महीने भर पहले के 85वें स्थान से ऊपर उठकर 82वें स्थान पर पहुंच गया है.


इस आधार पर होता है कैलकुलेशन


दुनिया के विभिन्न देशों के पासपोर्ट की ताकत का कैलकुलेशन इस आधार पर होता है कि उसे कितने देश वीजा-फ्री एंट्री देते हैं. हेनली पासपोर्ट इंडेक्स को इसी पैमाने के आधार पर लगातार अपडेट किया जाता है. हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2024 पर भारत की स्थिति सुधरने के बाद भी जनवरी की तुलना में अभी नीचे ही है. फरवरी की रैंकिंग में 85वें पायदान पर लुढ़कने से पहले इंडेक्स पर भारत 80वें स्थान पर काबिज था.


62 देशों का मिल रहा वीजा-फ्री एक्सेस


भारतीय पासपोर्ट को पिछले साल बढ़िया फायदा हुआ था. पिछले साल के दौरान भारतीय पासपोर्ट को वीजा-फ्री एंट्री का एक्सेस देने वाले देशों में कुछ नए नाम जुड़ गए थे. श्रीलंका, थाईलैंड और केन्या ने पिछले साल भारत को वीजा-फ्री एक्सेस वाले देशों में शामिल किया था. अभी भारतीय पासपोर्ट धारक दुनिया के 62 देशों का वीजा-फ्री एक्सेस पा सकते हैं. उन देशों में भूटान, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, बारबाडोस, जॉर्डन, मलेशिया, मालदीव, मॉरीशस और इंडोनेशिया आदि शामिल हैं.


इस तरह बढ़ी है भारत की अहमियत


भारत एक प्रमुख आर्थिक ताकत के रूप में उभर रहा है, जिसका फायदा भारतीय पासपोर्ट को भी हो रहा है. बीते सालों में भारतीय पासपोर्ट की ताकत में लगातार सुधार हुआ है. हेनली पासपोर्ट इंडेक्स पर साल 2022 में भारतीय पासपोर्ट 87वें स्थान पर था. साल 2023 में भारतीय पासपोर्ट 80वें स्थान पर पहुंच गया था. अब भारतीय पासपोर्ट 82वें स्थान पर है. हालांकि पिछले साल की तुलना में भारतीय पासपोर्ट को वीजा-फ्री एक्सेस देने वाले देशों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है. यानी भारतीय पासपोर्ट की रैंकिंग नीचे आने का कारण वास्तव में ताकत में कमी आना नहीं है, बल्कि कुछ अन्य देशों के पासपोर्ट की ताकत में बढ़ोतरी है.


सबसे ज्यादा इन पासपोर्ट की ताकत


हेनली पासपोर्ट इंडेक्स के हिसाब से सबसे ताकतवर पासपोर्ट के मामले में पहले स्थान पर संयुक्त रूप से छह देश काबिज हैं. अभी पहले स्थान पर संयुक्त रूप से फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सिंगापुर और स्पेन का नाम आता है. इन देशों के पासपोर्ट धारक बिना वीजा के 194 देश घूम सकते हैं. वहीं 193 देशों के वीजा-फ्री एक्सेस के साथ फिनलैंड, नीदरलैंड, स्वीडन और दक्षिण कोरिया दूसरे स्थान पर, जबकि 192 देशों के वीजा-फ्री एक्सेस के साथ ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड, ब्रिटेन और लक्जमबर्ग तीसरे स्थान पर हैं.


ये भी पढ़ें: इस मैन्युफैक्चरिंग स्टॉक ने 5 साल में कराई 1000 पर्सेंट कमाई