दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाले राम बाबू को अपनी पसंद से ट्रैक्टर और पिकअप चुनने का ऑफर दिया है. राम बाबू ने एशियन गेम्स के 35 किलोमीटर पैदल चाल मुकाबले में भारत की तरफ से ब्रांज मेडल जीता था. 

Continues below advertisement

राम बाबू का इंटरनेशनल मुकाबला आसान नहीं था. एशियन गेम्स में मेडल जीतने के बाद आनंद महिंद्रा ने उनके परिवार की मदद करने के लिए लोगों से कॉन्ट्रैक्ट नंबर मांगा है. आनंद महिंद्रा इससे पहले शतरंज के खिलाड़ी आर प्रगानंदन के माता-पिता को इलेक्ट्रिक कार गिफ्ट में दे चुके हैं. 

राम बाबू उत्तर प्रदेश के सोनभद्र से हैं. उनके परिवार में पत्नी और तीन बहने हैं. परिवार की आय 3000 रुपये से लेकर 3,500 रुपये है. परिवार का खर्च चलाने के लिए उन्होंने कई नौकरियां की हैं. राम बाबू ने मनरेगा में नौकरी से लेकर वेटर के तौर पर भी काम किया. स्पोर्ट्स के ट्रेनिंग को पूरा करने के​ लिए उन्होंने वेटर के तौर पर भी काम किया. वहीं महामारी के दौरान उन्होंने मनरेगा में भी काम किया और आज स्पोर्ट्स के प्रति जुनून ने उन्हें इस मुकाम पर खड़ा कर दिया है.  

Continues below advertisement

पीटीआई के मुताबिक, 24 साल के राम बाबू ने कहा कि उन्होंने हर संभव काम किए हैं. वाराणसी में वेटर से लेकर मनरेगा में अपने पिता के साथ गड्ढे खोदने का भी काम किया है. उन्होंने News18 को एक अलग इंटरव्यू में कहा "वेटर के रूप में काम करना निराशाजनक था, लोग आपका सम्मान नहीं करते."

आनंद महिंद्रा ने की प्रसंशा 

महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने उनके साहस और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की और उन्हें एक वाहन खरीदने की पेशकश की. महिंद्रा ने लिखा कि मैं उनके परिवार को अपनी कंपनी का कोई एक ट्रैक्टर या पिकअप गिफ्ट करना चाहता हूं. 

इस प्रतियोगिता में ले चुके हैं भाग 

राम बाबू राष्ट्रव्यापी COVID-19 लॉकडाउन से ठीक पहले फरवरी 2020 में नेशनल रेस वॉक चैंपियनशिप में 50 किमी स्पर्धा में भाग लिया और चौथे स्थान पर रहे. 

ये भी पढ़ें

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास को मिला ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड 2023 में A+ रैंक, मोरक्को में मिला सम्मान