हर किसी का सपना होता है कि अगर घर हो अपना. अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रह रहे हैं और फरीदाबाद में घर लेने का प्लान कर रहे हैं तो क्या कुछ विकल्प आपके पास होगा, इसके बाद में हमने अलग-अलग रियल एस्टेट के एक्सपर्ट के साथ बातचीत की. आरपीएस ग्रुप के डायरेक्टर अमन गुप्ता का कहना है कि फरीदाबाद में 30-60 लाख रुपये में किफायती 1-2 बीएचके विकल्प में सेक्टर 76-79 में सभी जरूरतें पूरी कर सकता हैं, जहां दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और भविष्य की मेट्रो कनेक्टिविटी का आसान पहुंच है. 60 लाख से 1.2 करोड़ रुपये के बजट वाले मिड-सेगमेंट खरीदारों के लिए, नेहरपार या सेक्टर 21-22 पर विचार करें, जहां स्कूलों और अस्पतालों के पास 2-3 बीएचके घर उपलब्ध हैं.
क्या बेहतर लोकेशन?
उनका कहना है कि प्रीमियम खरीदार, जिनका बजट 1.2 करोड़ रुपये से अधिक है, ग्रेटर फरीदाबाद या सदर्न पेरिफेरल रोड पर लक्जरी हाई-राइज अपार्टमेंट्स में 3-4 बीएचके लेआउट के साथ आधुनिक सुविधाओं वाले विकल्प चुन सकते हैं. बेहतर कनेक्टिविटी के लिए एस्कॉर्ट्स मुजेसर मेट्रो या फरीदाबाद-गुड़गांव एक्सप्रेसवे पर ध्यान दें, जबकि ट्रैफिक जाम के कारण ओल्ड फरीदाबाद से बचें. सेक्टर 85-89 और जेवर एयरपोर्ट के पास ग्रीनफील्ड टाउनशिप्स में भविष्य में कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है. स्टाम्प ड्यूटी के लिए अतिरिक्त 10-12% राशि अलग रखना याद रखें और देरी से बचने के लिए रेरा-पंजीकृत प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता दें.
जबकि, विभवांगल अनुकूलकारा के संस्थापक और प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ मौर्य का कहना है कि फरीदाबाद की कीमतों की सामर्थ्यता और बढ़ती इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं के कारण 2025 में यह खरीदारों के लिए एक आकर्षक स्थल बनने की उम्मीद है. शुरुआती निवेशक सेक्टर 88-90 (1-2 बीएचके, 12-15% वार्षिक वृद्धि) को देख सकते हैं, जो वेस्टर्न पेरिफेरल रोड से जुड़े हैं, जबकि परिवार सेक्टर 28-31/बल्लभगढ़ (3 बीएचके, 80 लाख-1.1 करोड़ रुपये) को प्राथमिकता दे सकते हैं, जो स्कूलों और पार्कों के नजदीक हैं.
उन्होंने कहा कि निवेश दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कॉरिडोर (सेक्टर 95-100) पर केंद्रित होना चाहिए, जहां जमीन की कीमतों में 12-15% वार्षिक वृद्धि की संभावना है, या एनएच-19 के आसपास मिश्रित-उपयोग केंद्रों पर ध्यान देना चाहिए. सबसे अधिक संभावना वाले सेक्टर वे हैं जो जल आपूर्ति सुनिश्चित कर सकते हैं, जैसे 21C, 22, और मास्टर प्लान के अनुरूप सेक्टर 73 (आईटी पार्क) और 75-80 (ग्रीनबेल्ट). इसमें अधिक महंगे सेक्टर 16-19 भी शामिल हैं. मेट्रो कनेक्टिविटी, एक्सप्रेसवे और नए औद्योगिक स्थलों में होने वाली वृद्धि के कारण 2025 में रणनीतिक निवेश करने से 2030 तक 20-25% रिटर्न की संभावना है, जिससे फरीदाबाद एनसीआर का प्रमुख निवेश केंद्र बन जाएगा.