Gold Karats: भारत में सोना लोग सिर्फ सजने-संवरने के लिए गहने के तौर पर ही नहीं, बल्कि सुरक्षित निवेश के लिए भी खरीदते हैं. हमारे देश में सोने की खरीदारी को शुभ माना जाता है. शादी-ब्याह जैसे तमाम अवसरों पर लोग सोना खरीदते हैं. लेकिन जब सोना खरीदने की बात आती है, लोग कैरेट को लेकर कन्फ्यूजन में पड़ जाते हैं. सोने की चूड़ी हो या कॉइन इसमें लिखे हुए कैरेट नंबर से आप पता लगा सकते हैं कि सोना कितना खरा है. आज देश में सोने की कीमत में गिरावट आई है.
18 सितंबर 2025 को भारत में इंडियन बुलियन एसोसिएशन पर 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 1,10,330 रुपये है, जबकि एक दिन पहले यह 1,10,620 रुपये पर था. दरअसल, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में 0.25 आधार अंकों की कटौती के बाद सोने की 'गोल्डन रैली' पर ब्रेक लगा है. ऐसे में अगर आप सोना खरीदना का प्लान बना रहे हैं, तो पहले ये जान लें कि कितने कैरेट का सोना आपके लिए सही है.
24 कैरेट का सोना
शुद्धता के मामले में 24 कैरेट का सोना का सबसे टॉप है. इसमें 99.9 परसेंट सोने की मात्रा होती है इसलिए इसे 999 गोल्ड भी कहा जाता है. गहरे पीले रंग के इस सोने की चमक ही अलग होती है. 24 कैरेट का सोना गहने के तौर पर नहीं, बल्कि सिक्के या बार के तौर पर मिलता है. इसमें मिलावट न के बराबर होती है. हालांकि, 24 कैरेट के सोने से गहने नहीं बनाए जा सकते हैं क्योंकि ये इतने हल्के होते हैं कि आसानी से मरोड़ सकते हैं या टूट सकते हैं इसलिए गहने के लिहाज से 24 कैरेट का सोना सही नहीं है. हालांकि, इसे निवेश के लिहाज से खरीदा जा सकता है.
22 कैरेट का सोना
22 कैरेट के सोने में शुद्धता की मात्रा लगभग 91.6 परसेंट होती है. इसमें बाकी 8.33 हिस्सा सिल्वर, कॉपर या जिंक का होता है ताकि यह टिकाऊ रहे. 22 कैरेट के सोने को 916 के नाम से भी जाना जाता है. 22 कैरेट के सोने से गहने बनाए जाते हैं. इसका इस्तेमाल चूड़ियों के सेट से लेकर मंगलसूत्र बनाने में किया जाता है. चूंकि इसमें ज्यादा मिलावट नहीं की जाती है इसलिए इसकी रीसेल वैल्यू भी अच्छी होती है.
18 कैरेट का सोना
18 कैरेट वाला सोना 75 परसेंट खरा होता है. इसमें तांबा, चांदी जैसी कई दूसरी धातुएं मिलाई जाती है. 18 कैरेट के सोने से भी गहने बनाए जाते हैं, खासतौर पर जड़ाऊ गहने. यानी कि जिन गहनों में हीरा, पन्ना या कोई और दूसरा रत्न जड़ा होता है, उनमें अक्सर 18 कैरेट के सोने का इस्तेमाल होता है. चूंकि ये मजबूत होते हैं इसलिए जड़ाउऊ गहने बनाते वक्त इनके टूटने, मरोड़ने या स्टोन के निकलने का डर नहीं रहता है.
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