Wheat Production in India: भारत का गेहूं का उत्पादन इस साल रिकॉर्ड तोड़ सकता है. खाद्य मंत्रालय का अनुमान है कि अधिक बुवाई और सामान्य मौसम की उम्मीद के चलते देश में इस साल 11.4 करोड़ टन गेहूं पैदा हो सकता है. चालू फसल वर्ष 2023-24 में यह गेहूं का उत्पादन सब तक का सबसे अधिक होगा.

Continues below advertisement

रबी सीजन की बुवाई 8 जनवरी तक हो जाएगी पूरी

फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) के चैयरमैन एवं एमडी अशोक के मीणा (Ashok K Meena) के अनुसार, रबी सीजन की बुवाई 8 जनवरी तक पूरी हो जाएगी. 25 दिसंबर, 2023 तक लगभग 320.54 हेक्टेयर इलाके में गेहूं की बुवाई हो चुकी थी. फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई से जून) में गेहूं का उत्पादन लगभग 11 करोड़ टन रहा था जबकि इसके पिछले वर्ष में 10.77 करोड़ टन गेहूं उत्पादन हुआ था. अशोक के मीना के अनुसार, इस साल गेहूं की खेती और ज्यादा होगी. अगर मौसम अनुकूल रहा तो उत्पादन लगभग 11.4 करोड़ टन होगा। इसके बारे में कृषि मंत्रालय का भी यही अनुमान है.

बुवाई के रकबे में भी पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी

गेहूं की फसल की बुवाई के रकबे में भी पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में एक प्रतिशत की कमी है. मगर, वह भी जनवरी के पहले सप्ताह में पूरा हो जाएगा. मीणा के कहा कि पिछले साल के मुकाबले गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (Wheat MSP) 7 फीसदी बढ़ाया गया है. इस साल 2275 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं की खरीद की जाएगी. इसलिए हमें पूरी उम्मीद है कि ज्यादातर किसान एफसीआई को ही अपना गेहूं बेचेंगे. 

Continues below advertisement

भारत आटा ब्रांड के लिए भी गेहूं दे रही एफसीआई 

इतने बड़े पैमाने पर गेहूं का उत्पादन सरकार के लिए राहत की बात है क्योंकि एफसीआई के स्टॉक से ओपन मार्केट (Open Market) में गेहूं का वितरण किया गया साथ ही भारत आटा (Bharat Atta brand) के लिए भी गेहूं सरकार ने लिया था. इससे एफसीआई का स्टॉक घटा था. अभी तक 59 लाख टन गेहूं को ओपन मार्केट में बेच दिया गया है.

ये भी पढ़ें 

Insurance New Rules: इंश्योरेंस एजेंट नहीं लगा पाएंगे आपको चूना, बनाने पड़ेंगे वीडियो-ऑडियो!