रिजर्व बैंक के द्वारा दो दिन पहले पेटीएम के ऊपर लिए गए एक्शन के बाद यह सुर्खियां बटोर रहा है. रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ऊपर कुछ अनियमितताओं के चलते कार्रवाई की है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक को तत्काल प्रभाव से नए ग्राहक जोड़ने से रोक दिया गया है. साथ ही बैंक की कई सेवाओं पर रोक लगाई गई है. इस एक्शन का असर पेटीएम फास्टैग पर भी पड़ने जा रहा है. आइए जानते हैं कि अब पेटीएम फास्टैग के यूजर्स के पास क्या विकल्प बचे हैं...


पेटीएम की इस अनुषंगी पर एक्शन


सबसे पहले ये जान लेते हैं कि आरबीआई का एक्शन क्या है और उससे पेटीएम की किन सेवाओं पर असर होने वाला है. आरबीआई का एक्शन पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ऊपर हुआ है. पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस, पेटीएम पेमेंट्स बैंक जिसकी अनुषंगी है. इसका मतलब हुआ कि सिर्फ उन्हीं सेवाओं पर इस एक्शन का असर होने वाला है, जो पेटीएम पेमेंट्स बैंक के तहत संचालित हो रही हैं.


इन सेवाओं पर होने वाला है असर


पेटीएम की कई सेवाएं जैसे वॉलेट, क्रेडिट यानी कर्ज, पोस्टपेड, फास्टैग आदि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अंदर आती हैं. ऐसे में इन सेवाओं पर असर होने वाला है. पेटीएम ऐप काम करता रहेगा, क्योंकि ऐप पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के अंदर संचालित होता है. इसका मतलब हुआ कि यूपीआई ऐप के रूप में पेटीएम ऐप का इस्तेमाल पहले की तरह होता रहेगा. वॉलेट के यूजर्स को दिक्कतें होने वाली हैं, क्योंकि 29 फरवरी के बाद वॉलेट में पैसे ऐड नहीं कर सकेंगे.


क्या है फास्टैग?


पेटीएम वाहन चालकों को फास्टैग की भी सर्विस दे रही है. सभी चार पहिया वाहनों के लिए फास्टैग अनिवार्य है. यह रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी पर काम करता है. इसे गाड़ियों की विंडशील्ड पर चिपकाया जाता है और इसके जरिए टोल प्लाजा पर टोल का भुगतान होता है. इससे टोल प्लाजा पर गाड़ियों को कम समय लगता है. लगभग सभी बैंक फास्टैग की सर्विस प्रोवाइड करते हैं. पेटीएम पेमेंट्स बैंक भी उनमें से एक है.


बाकी बैलेंस के इस्तेमाल पर नहीं है रोक


आरबीआई के एक्शन के बाद वैसे तो पेटीएम के फास्टैग बंद या बैन नहीं होने वाले हैं. इसका असर बस ये होगा कि 29 फरवरी के बाद पेटीएम फास्टैग के कस्टमर नया रिचार्ज नहीं कर पाएंगे. पेटीएम फास्टैग वॉलेट से लिंक होकर काम करता है. ऐसे में नया रिचार्ज करना संभव नहीं होगा, लेकिन पुराना कोई बैलेंस बचा हुआ है तो 29 फरवरी के बाद भी उसका इस्तेमाल कर सकते हैं. पेटीएम ने भी इस बारे में अपडेट देकर ग्राहकों की घबराहट दूर करने का प्रयास किया है. पेटीएम का कहना है कि ग्राहक बचे बैलेंस का बिना किसी रुकावट के इस्तेमाल कर सकते हैं. वह ग्राहकों को कोई दिक्कत न हो, ये सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न बैंकों के साथ मिलकर काम कर रही है.


डिएक्टिवेट और पोर्ट करने का विकल्प


हालांकि अगर आप पेटीएम फास्टैग का अब इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो आपके पास उसे डिएक्टिवेट करने या पोर्ट करने का विकल्प है. पोर्ट करने के लिए आपको उस बैंक से संपर्क करना होगा, जिसके फास्टैग का आप इस्तेमाल करना चाहते हैं. डिएक्टिवेट करने का प्रोसेस कुछ इस प्रकार है...



  • पेटीएम ऐप में लॉग इन करें

  • मैनेज फास्टैग ऑप्शन में जाएं

  • आपके नंबर से लिंक फास्टैग दिखने लगेंगे

  • अब सबसे नीचे हेल्प एंड सपोर्ट ऑप्शन में जाएं

  • ‘Need help with non-order related queries?’ पर क्लिक करें

  • ‘Queries related to updating FASTag profile’ ऑप्शन को खोलें

  • ‘I want to close my FASTag’ पर क्लिक करें

  • उसके बाद बताए गए निर्देशों का पालन करें


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