Uttar Pradesh Investment: दुनियाभर में प्रोसेस्ड फूड की बढ़ती डिमांड के बीच वेव ग्रुप और बेल्जियम की एग्रिस्टो एनवी प्रीमियम फ्रेंच फ्राइज बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में लगभग 750 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश करने जा रहा है. ये यहां एक प्रोसेसिंग प्लांट का दायरा बढ़ाने जा रहे हैं. 2019 में वेव ग्रुप फर्म मासा ग्लोबल फूड प्राइवेट लिमिटेड और एग्रिस्टो की सब्सिडियरी कंपनी IMSTO NV आलू के चिप्स बनाने के लिए बिजनौर में पोटैटो प्रोसेसिंग प्लांट बनाने के लिए 50:50 के रेश्यो में ज्वॉइंट वेंचर का गठन करेंगे, जिसका नाम एग्रिस्टो मासा प्राइवेट लिमिटेड है.
2022 में शुरू किया गया था प्लांट
न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में वेव ग्रुप के चेयरमैन मनप्रीत सिंह चड्ढा ने कहा, ''प्लांट ने साल 2022 में 7,500 टन की एनुअल कैपेसिटी के साथ ऑपरेशन शुरू किया. भारत के प्रोसेसिंग फूड सेक्टर में विकास की अपार संभावनाएं हैं.'' इसी के साथ उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल की पैदावार और प्रोसेसिंग कैपेसिटी को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने पीटीआई को बताया, ''हम क्वॉलिटी फ्रेंच फ्राइज के एक्सपोर्ट के लिए बिजनौर में एक प्रोडक्शन लाइन बनाने जा रहे हैं.''
प्लांट में कुल 1000 करोड़ का निवेश
मनप्रीत सिंह चड्ढा ने कहा, "लगभग 750 करोड़ रुपये का कुल निवेश होगा. इक्विटी और लोन के जरिए इसका वित्तपोषण किया जाएगा. मौजूदा प्लांट में 300 करोड़ का निवेश किया गया था, जबकि अब 750 करोड़ रुपये के निवेश के साथ यह बढ़कर 1000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है.'' उन्होंने कहा कि 80,000 टन प्रति वर्ष की क्षमता के साथ नई प्रोडक्शन लाइन अगले दो सालों में चालू हो जाएगी, जिससे घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी. वह आगे कहते हैं, ''हमारा उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और गन्ने के अलावा उनकी नकदी फसलों में विविधता लाना है. हमने नई तकनीकों की मदद से इन किसानों को आलू का उत्पादन दोगुना करने में मदद की है. बीते 3-4 सालों में उनकी आय में 50 परसेंट तक का इजाफा हुआ है.''
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